Wednesday 17 May 2017

Sad Hindi Shayari

Sad Hindi Shayari

मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नही,
वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नही,
ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो,
सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नही!

हम रूठे तो किसके भरोसे,
कौन आएगा हमें मनाने के लिए,
हो सकता है, तरस आ भी जाए आपको..
पर दिल कहाँ से लाये.. आप से रूठ जाने के लिए!
तेरे बिना टूट कर बिखर जायेंगे,
तुम मिल गए तो गुलशन की तरह खिल जायेंगे,
तुम ना मिले तो जीते जी ही मर जायेंगे,
तुम्हें जो पा लिया तो मर कर भी जी जायेंगे।

उदास नहीं होना, क्योंकि मैं साथ हूँ,
सामने न सही पर आस-पास हूँ,
पल्को को बंद कर जब भी दिल में देखोगे,
मैं हर पल तुम्हारे साथ हूँ!

इश्क मुहब्बत तो सब करते हैं!
गम-ऐ-जुदाई से सब डरते हैं
हम तो न इश्क करते हैं न मुहब्बत!
हम तो बस आपकी एक मुस्कुराहट पाने के लिए तरसते हैं!

दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे,
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे,
वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का,
और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे!

खुश नसीब होते हैं बादल,
जो दूर रहकर भी ज़मीन पर बरसते हैं,
और एक बदनसीब हम हैं,
जो एक ही दुनिया में रहकर भी.. मिलने को तरसते हैं.

Pyar kya hota hai hum nahi jante,
Zindagi ko hum apna nahi mante,
Gum itne mile ke ehsaas nahi hota,
Koi hume pyar kare ab vishwas nahi hota.

इस कदर हम उनकी मुहब्बत में खो गए,
कि एक नज़र देखा और बस उन्हीं के हम हो गए,
आँख खुली तो अँधेरा था देखा एक सपना था,
आँख बंद की और उन्हीं सपनो में फिर सो गए!
प्यार क्या होता है हम नहीं जानते,
ज़िन्दगी को हम अपना नहीं मानते,
गम इतने मील के एहसास नहीं होता,
कोई हमें प्यार करे अब विश्वास नहीं होता

बेगाने होते लोग देखे,
अजनबी होता शहर देखा
हर इंसान को यहाँ,
मैंने खुद से हीं बेखबर देखा।
रोते हुए नयन देखे,
मुस्कुराता हुआ अधर देखा
गैरों के हाथों में मरहम,
अपनों के हाथों में खंजर देखा।
मत पूछ इस जिंदगी में,
इन आँखों ने क्या मंजर देखा
मैंने हर इंसान को यहाँ,
बस खुद से हीं बेखबर देखा।

अब मौत से कह दो कि नाराज़गी खत्म कर ले,
वो बदल गया है जिसके लिए हम ज़िंदा थे​।

उसे भूल कर जिया तो क्या जिया ,
दम है तो उसे पाकर दिखा ,
लिख पथरों पर अपनी प्रेम कहानी ,
और सागर को बोल ,
दम है तो इसे मिटाकर दिखा.
जहाँ याद न आये तेरी वो तन्हाई किस काम की;
बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की;
बेशक़ अपनी मंज़िल तक जाना है हमें;
लेकिन जहाँ से अपने न दिखें, वो ऊंचाई किस काम की।
उलझी शाम को पाने की ज़िद न करो;
जो ना हो अपना उसे अपनाने की ज़िद न करो;
इस समंदर में तूफ़ान बहुत आते है;
इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद न करो..
भीड़ की आदत नहीं मुझे,
थोड़े में जीना सीख लिया है मैंने,
चन्द दोस्त हैं, चन्द दुआएं हैं,
बस इन खुशियों को गले लगा लिया मैंने
रात गुमसूँ है मगर चेन खामोश नही,
कैसे कह दू आज फिर होश नही,
ऐसा डूबा तेरी आखो की गहराई मैं,
हाथ में जाम है मगर पीने का होश नही
वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही,
इश्क़ में प्रेमी कभी झुकता नही,
खामोश हैं हम किसी के खुशी के लिए,
ना सोचो के हमारा दिल दुःखता नहीं!
किसी ने मुझ से कहा बहुत खुबसूरत लिखते हो यार,मैंने कहा …
खुबसूरत मैं नहीं वो है जिसके लिए हम लिखा करते है.
कोई वादा ना कर, कोई ईरादा ना कर,
ख्वाइशों मे खुद को आधा ना कर,
ये देगी उतना ही जितना लिख दिया खुदा ने,
इस तकदीर से उम्मीद ज़्यादा ना कर… !!
काँच का तोहफा ना देना कभी,
रूठ कर लोग तोड दिया करते हैं,
जो बहुत अच्छे हो उनसे प्यार मत करना,
अकसर अच्छे लोग ही दिल तोड दिया करते है.


पहले कव्वे आकर रोटी खा गये, अब बाज भी बोटी खाने आ गये।
‘दीपकबापू’ आंसु नहीं बहाता, आम आदमी ही पक्षी पाले नित नये।।
बदलते चले गए रवैये उसके…,
ना जाने लोग मेरे बारे में उसे कहते क्या थे…!!
तुमने मुझे छोङ दिया चलो कोई बात नहीँ लेकिन,..
जिसके लिए मुझे छोङा है, उसे कभी मत छोङना…
उसके लिये तो मैंने यहा तक
दुआएं की है,,,कि
कोई उसे चाहे भी तो
बस मेरी तरह चाहे
तू नाराज न रहा कर तुझे वास्ता है खुदा का……
…एक तेरा ही चेहरा खुश देख कर तो मैं अपना गम भुलाता हूँ।
जो हमे समझ
ना सका…!!
उसे हक है वो हमे
बुरा ही समझे
मैंने तो माँगा था थोड़ा सा उजाला अपनी जिंदगी में;
वाह रे चाहने वाले तूने तो आग ही लगा दी जिंदगी में!
दुनिया का सबसे मुश्किल काम
शायद अब करने लगा हूँ,
अपने काम से काम
अब मैं रखने लगा हूँ
Huyi Toh Hai Yeh Khata Humse Bahut Bhari Sanam,Na Chahte Huye Bhi Hum Aapse Pyar Kar Baithe,😢😢
Roka Tha Humein Sab Ne Ki Na Kar ,Na Jaane Fir Bhi Kyu Tera Aitbaar Kar Baithe…
मजबूरियाँ हैं कुछ मेरी मैं बेवफा नहीँ
सुन यह वक्त बेवफा है मेंरी खता नहीँ ।
हैं फासले जो दर्मिया किस्मत का खेल है
मैं रूह में शामिल हूँ तुझसे जुदा नहीँ
बदलना ही उम्र और वक्त की
हक़ीक़त है फिर भी,
जितने तुम बदलते हो उतना
तो बदला नहीं जाता..

सुना है के तुम रातों को देर तक जागते हो..।।
यादों के मारे हो या मोहब्बत में हारे हो ?।।

सीख जाओ वक्त पर किसी।।
की चाहत की कदर करना,।।
कहीं कोई थक ना जाये।।
तुम्हें एहसास दिलाते दिलाते ||

बहुत रोये वो हमारे पास आ के जब एहसास हुआ उन्हें।।
अपनी ग़लती का !।
चुप तो करा देते हम, अगर चेहरे पे हमारे कफ़न ना होता।।

कुछ हार गई तकदीर कुछ टूट गये
सपने.!!
कुछ गैरों ने किया बरबाद कुछ भूल गये अपने .!!

मेरी कहानी तुम सुन सको..
‧•◆●💜●◆•‧
इतने आँसू कहाँ हैं तुम्हारे पास.

रोए तो बहुत,
पर मुझ से मुँह मोड कर रोए,।।
कोई मजबूरी होगी तो दिल तोड कर रोए,।
मेरे सामने कर दिए मेरे तस्वीर के टुकड़े,।
पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोड कर रोए…!।

कुछ तो होता होगा तुमको भी..।।
यूँ हीं नहीं झुका लेते होगे नजरे हमें देखकर.।।

हम नींद के शौक़ीन ज्यादा तो नहीं लेकिन।।
तेरे ख्वाब न देखूं तो गुज़ारा नहीं होता।।

हम गमो को छिपाने का कारोबार करते है !।
कसूर बस इतना है हम गम देने वाले से ही प्यार करते हैं !!

आदत हो गई हे तेरे करीब रहने की….।।
बता तेरी सांसो कि  खुशबू वाला perfume कहॉं मिलेगा..।।

शौक से बदल जाओ तुम मगर
ये ज़हन मैं रखना
की……।।
हम जो बदल गये तो तुम करवटें
बदलते रह जाओगे.!!

जाते हुए उसने सिर्फ इतना कहा मुझसे..।।
ओ पागल …।
अपनी ज़िंदगी जी लेना,
वैसे प्यार अच्छा करते हो.।।

मुझसे मोहब्बत पर मशवरा मांगते है लोग।।
तेरा इश्क तजुर्बा मुझको ऐसा दे गया..!।

अब मत करो हमसे….तुम मोहब्बत की बातें,
जिन किताबों से, तुमने मुहोब्बत  सीखी है.
वो लिखी भी हमने ही थी….!!

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