Monday, 29 May 2017

इतनी बेचैनी से तुमको किसकी तलाश है,

इतनी बेचैनी से तुमको किसकी तलाश है,
वो कौन है जो तेरी आंखों की प्यास है,

जबसे मिला हूं तुमसे यही सोचता हूं मैं,
क्यों मेरे दिल को हो रहा तेरा एहसास है,

जिंदगी के इस मोड़ पे तुम आके यूं मिले,
जैसे कि कोई मंजिल मेरे इतने पास है,

एक नजर की आस में तकता हूं मैं तुझे,
अब देख तेरे खातिर एक आशिक उदास है ।
इतनी बेचैनी से तुमको शायरी

संगमरमर के महल में तेरी तस्वीर सजाऊंगा, 
अपने इस दिल में तेरे ही ख्वाब जगाऊंगा, 
यूँ एक बार आजमा के देख तेरे दिल में बस जाऊंगा, 
मैं तो प्यार का हूँ प्यासा तेरे आगोश में मर जाऊॅंगा।


कुछ बातें हम से सुना करो,
कुछ बातें हम से किया करो ।

मुझे दिल की बात बता दो तुम,
होंठ ना अपने सिया करो।

जो बात लबों तक ना आए,
वो आंखों से कह दिया करो।

कुछ बातें कहना मुश्किल है,
तुम चहरे से पढ़ लिया करो।

जब तनहा-तनहा होते हो,
आवाज मुझे तुम दिया करो।

हर धड़कन मेरे नाम करो,
हर सांस मुझको दिया करो।

जो खुशियां तेरी चाहत हैं,
मेरे दामन से चुन लिया करो।
कुछ बातें हम से सुना कर शायरी



No comments:

Post a Comment