Best Hindi Love Shaayri
कोशिश न कर, सभी को खुश रखने की ।।
कुछ लोगों की नाराजगी भी जरूरी है, चर्चा में बने रहने के लिए!।।
कुछ लोगों की नाराजगी भी जरूरी है, चर्चा में बने रहने के लिए!।।
हमने भी मुआवज़े की अर्जी डाली है साहिब ।।
उनकी यादों की बारिश ने खूब तबाही मचाई है !!
उनकी यादों की बारिश ने खूब तबाही मचाई है !!
निकली थी बिना नकाब आज वो घर से; ।।
मौसम का दिल मचला लोगोँ ने भूकम्प कह दिया।।
मौसम का दिल मचला लोगोँ ने भूकम्प कह दिया।।
तुम क्या जानो की मेरी नज़र में क्या हो तुम।
खुदा से डरता हु वरना कह देता खुदा हो तुम
खुदा से डरता हु वरना कह देता खुदा हो तुम
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ,।।
किसी की आँख में हमको भी इंतज़ार दिखे…।।
किसी की आँख में हमको भी इंतज़ार दिखे…।।
क्यों लोग मोहब्बत को खुदा का दर्जा देते हैं…।।
क्या कभी किसी ने सुना है, खुदा ने भी बेवफाई की है…।।
क्या कभी किसी ने सुना है, खुदा ने भी बेवफाई की है…।।
मैं कहाँ से लाऊँ….बता बिकता कहाँ है…???
वो नसीब जो तुझे उम्र भर के लिए मेरा कर दे…।।
तुझे दानिस्ता महफ़िल में जो देखा हो तो मुजरिम हूँ।।
नज़र आख़िर नज़र है बे-इरादा उठ गई होगी।।
नज़र आख़िर नज़र है बे-इरादा उठ गई होगी।।
किस ढिटाई से वो दिल छीन के कहते हैं ‘अमीर’।।
वो मेरा घर है रहे जिस में मोहब्बत मेरी।।
वो मेरा घर है रहे जिस में मोहब्बत मेरी।।
उन से मिलते थे तो सब कहते थे क्यूँ मिलते हो।।
अब यही लोग न मिलने का सबब पूछते हैं।।
अब यही लोग न मिलने का सबब पूछते हैं।।
कभी मिल लीजिये हमसे भी सरकार…।।
ये नज़रे कबसे ये दुआ मांग रही हैं..।।
ये नज़रे कबसे ये दुआ मांग रही हैं..।।
मैं ने कहा बहुत प्यार आता है तुम पर..।।
वो मुस्कुरा कर बोले – “तुम्हें और आता ही क्या है ?”।।
वो मुस्कुरा कर बोले – “तुम्हें और आता ही क्या है ?”।।
मैं झुक गया तो वो सज़दा समझ बैठे;।।
मैं तो इन्सानियत निभा रहा था, वो खुद को ख़ुदा समझ बैठे।।
मैं तो इन्सानियत निभा रहा था, वो खुद को ख़ुदा समझ बैठे।।
हम तो बस जज्बात उधार देते है।
कोई वक़्त पर नहीं चुकाता इसलिए अब तक घाटे में है।।
कोई वक़्त पर नहीं चुकाता इसलिए अब तक घाटे में है।।
सुना है के तुम रातों को देर तक जागते हो..।।
यादों के मारे हो या मोहब्बत में हारे हो ?।।
यादों के मारे हो या मोहब्बत में हारे हो ?।।
सीख जाओ वक्त पर किसी।।
की चाहत की कदर करना,।।
कहीं कोई थक ना जाये।।
तुम्हें एहसास दिलाते दिलाते ||
तुम्हें एहसास दिलाते दिलाते ||
बहुत रोये वो हमारे पास आ के जब एहसास हुआ उन्हें।।
अपनी ग़लती का !।
चुप तो करा देते हम, अगर चेहरे पे हमारे कफ़न ना होता।।
अपनी ग़लती का !।
चुप तो करा देते हम, अगर चेहरे पे हमारे कफ़न ना होता।।
कुछ हार गई तकदीर कुछ टूट गये
सपने.!!
कुछ गैरों ने किया बरबाद कुछ भूल गये अपने .!!
सपने.!!
कुछ गैरों ने किया बरबाद कुछ भूल गये अपने .!!
मेरी कहानी तुम सुन सको..
‧•◆●●◆•‧
इतने आँसू कहाँ हैं तुम्हारे पास.
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इतने आँसू कहाँ हैं तुम्हारे पास.
रोए तो बहुत,
पर मुझ से मुँह मोड कर रोए,।।
पर मुझ से मुँह मोड कर रोए,।।
कोई मजबूरी होगी तो दिल तोड कर रोए,।
मेरे सामने कर दिए मेरे तस्वीर के टुकड़े,।
पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोड कर रोए…!।
कुछ तो होता होगा तुमको भी..।।
यूँ हीं नहीं झुका लेते होगे नजरे हमें देखकर.।।
हम नींद के शौक़ीन ज्यादा तो नहीं लेकिन।।
तेरे ख्वाब न देखूं तो गुज़ारा नहीं होता।।
तेरे ख्वाब न देखूं तो गुज़ारा नहीं होता।।
हम गमो को छिपाने का कारोबार करते है !।
कसूर बस इतना है हम गम देने वाले से ही प्यार करते हैं !!
कसूर बस इतना है हम गम देने वाले से ही प्यार करते हैं !!
आदत हो गई हे तेरे करीब रहने की….।।
बता तेरी सांसो कि खुशबू वाला perfume कहॉं मिलेगा..।।
बता तेरी सांसो कि खुशबू वाला perfume कहॉं मिलेगा..।।
शौक से बदल जाओ तुम मगर
ये ज़हन मैं रखना
की……।।
हम जो बदल गये तो तुम करवटें
बदलते रह जाओगे.!!
ये ज़हन मैं रखना
की……।।
हम जो बदल गये तो तुम करवटें
बदलते रह जाओगे.!!
जाते हुए उसने सिर्फ इतना कहा मुझसे..।।
ओ पागल …।
अपनी ज़िंदगी जी लेना,
वैसे प्यार अच्छा करते हो.।।
मुझसे मोहब्बत पर मशवरा मांगते है लोग।।
तेरा इश्क तजुर्बा मुझको ऐसा दे गया..!।
तेरा इश्क तजुर्बा मुझको ऐसा दे गया..!।
अब मत करो हमसे….तुम मोहब्बत की बातें,
जिन किताबों से, तुमने मुहोब्बत सीखी है.
वो लिखी भी हमने ही थी….!!
जिन किताबों से, तुमने मुहोब्बत सीखी है.
वो लिखी भी हमने ही थी….!!
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