Painful Sad Shayari
तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी न रहेगी,
तेरे बिना चिरागों में रोशनी न रहेगी,
क्या कहे क्या गुजरेगी दिल पर,
जिंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी न रहेगी..!!
ना पूछो हालत मेरी रूसवाई के बाद,
मंजिल खो गयी है मेरी, जुदाई के बाद,
नजर को घेरती है हरपल घटा यादों की,
गुमनाम हो गया हूँ गम-ए-तन्हाई के बाद
ना जाने कब तक ये आँखें उसका इंतज़ार करेंगी,
उसकी याद में कब तक खुद को बेक़रार करेंगी,
उसे तो एहसास तक नहीं इस मोहब्बत का यारो,
ना जाने कब तक ये धड़कन उसका ऐतबार करेगी।
खामोश चेहरे पर हजारों पहरे होते है,
हंसती आखों में भी जख्म गहरे होते है,
जिनसे अक्सर रुठ जाते है हम,
असल में उनसे ही रिश्ते गहरे होते है!
तुम और कही जा बैठे मेरा वक्त अकेला गुजरा है
सुन अरमानो का दरिया इन आँखों से उतरा है,
अब जान गए है हम भी इश्क़ मोहब्बत क्या है,
दिल के कोने में बस्ता है दर्द का एक कतरा है।
दिल के समंदर की सतह पे आके सुन,
खामोशीया किस कदर शोर मचाती है,
दर्द को बहुत मनाया ऑखो से ना छलके
दुनिया बेकार मे झुटी बाते बनाती है।
आओ किसी शब मुझे टूट के बिखरता देखो
मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो
किस किस अदा से तुझे माँगा है खुदा से
आओ कभी मुझे सजदों में सिसकता देखो।
तेरी यादं का चंदन जब से मला हे तन पे,
मेरी आस्तीन मे कितने साप पल गये,
तुझे नज़र भर के देखना मेरा गुनहां था,
इश्क की आँच से मेरे सारे हाथ जल गये
जब तक आँखो मै दम है तेरा इंतजार रहेगा,
सांस की आखिरी हद तक मेरा प्यार रहेगा,
लोट आना जानं निकलने से पहले ही सनम,
वरना उस जन्म मे भी मेरी चाहत का उधार रहेगा
हाथ पकड़ चलने वाले साथ छोड जाते हैं,
प्यार की बातें करने वाले मुंह फेर जाते हैं,
जो करते हैं वादा ख़ुशी देने का,
वही हमारे घरों में अक्सर चिंगारी फूंक जाते हैं
मत रख हमसे वफा की उम्मीद,
हमने हर दम बेवफाई पायी है,
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान,
हमने हर चोट दिल पे खायी है।।
हमने हर दम बेवफाई पायी है,
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान,
हमने हर चोट दिल पे खायी है।।
इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा,
यादें काटती हैं ले-ले के नाम तेरा,
मुद्दत से बैठे हैं तेरे इंतज़ार में,
कि आज आयेगा कोई पैगाम तेरा
ज़िन्दगी से पूछिये ये क्या चाहती है,
बस एक आपकी वफ़ा चाहती है,
कितनी मासूम और नादान है ये,
खुद बेवफा है और वफ़ा चाहती है!
इस कदर हम यार को मनाने निकले,
उसकी चाहत के हम दीवाने निकले..
जब भी उसे दिल का हाल बताना चाहा,
तो उसके होंठो से वक़्त ना होने के बहाने निकले
प्यार किया बदनाम हो गए,
चर्चे हमारे सरेआम हो गए,
ज़ालिम ने दिल उस वक़्त तोडा,
जब हम उसके गुलाम हो गए|
मेरी रूह में न समाती तो भूल जाता तुम्हे,
तुम इतना पास न आती तो भूल जाता तुम्हे,
यह कहते हुए मेरा ताल्लुक नहीं तुमसे कोई
आँखों में आंसू न आते तो भूल जाता तुम्हे|
मेरी नज़र बरसो मुन्तजिर रही है तेरी,
हर गुजरते चेहरे का तवाफ किया है मेने
बिछड़ने वाले लोट के आते है एक दिन,
ये सोच के हर पल इंतजार किया है मेने
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी।
तुम लौट के आओगे, इस बात को हम ठुकराने लगे हैं
हर बदलते पल के साथ, आँखों से आंसू आने लगे है,
अब किसी को नहीं बनना अपना इस जहाँ में,
इसलिए खुद को तन्हाई की आग में जलने लगे हैं..!!!
देखो तो सही उनकी चाहत में,
क्या नोबत आ गई,
ये हवा भी अब ताना मार ने लगी की,
तुम तडपते रहे गऐ और मैं तो उन्हें छु कर आ गई
इंतज़ार की आरज़ू अब खो गई है,
खामोशियों की आदत हो गई है,
ना शिकवा रहा ना शिकायत किसी से,
अगर है तो एक मोहब्बत, जो इन तन्हाईयों से हो गई है।
याद किसी को करना ये बात नहीं जताने की,
दिल पे चोट देना आदत है ज़माने की,
हम आपको बिल्कुल नहीं याद करते,
क्योकि याद किसी को करना निशानी है भूल जाने की!
प्यासी ये निगाहें तरसती रहती हैं,
तेरी याद में अक्सर बरसती रहती हैं,
हम तेरे ख्यालों में डूबे रहते हैं,
और ये ज़ालिम दुनिया हम पे हँसती रहती है।
तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो,
दिल मेरा था और धड़क रहा था वो,
प्यार का तालुक भी अजीब होता है,
आंसू मेरे थे सिसक रहा था वो…!!!
उसकी यादों को किसी कोने में छुपा नहीं सकता,
उसके चेहरे की मुस्कान कभी भुला नहीं सकता,
मेरा बस चलता तो उसकी हर याद को भूल जाता,
लेकिन इस टूटे दिल को मैं समझा नहीं सकता|
उनसे दूर जाने का इरादा तो न था,
सदा-साथ रहने का भी वादा तो न था,
वो याद आयेगा ये जानते थे हम,
पर इतना याद आयेगा ये अंदाजा न था
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