Thursday 31 August 2017

घर के आस पास मौजूद हैं कबूतर या फिर बना दिया है घोसला

घर के आस पास मौजूद हैं कबूतर या फिर बना दिया है घोसला, तो हो जाए सावधान वरना


घर के आस पास मौजूद हैं कबूतर या फिर बना दिया है घोसला, तो हो जाए सावधान वरना
 घर के आस पास मौजूद हैं कबूतर या फिर बना दिया है घोसला, तो हो जाए सावधान वरना

दुनिया में आधे से ज्‍यादा लोग हर दिन अमीर बनने का सपना देखते हैं कोई गरीब में जीवन बिताना नहीं चाहता है। हर व्यक्ति को आज के समय में सुख सुविधा पाने की तमन्‍ना रहती है यही कारण है कि गरीबी का नाम सुनते ही व्‍यक्ति का रूह कांप जाता है। पहले तो इंसान पैसा सिर्फ अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए ही कमाना चाहता था लेकिन अब ऐसा नहीं है इस युग में पैसा न केवल हमारी जरूरत पूरी करता है बल्कि पैसा व्यक्ति को समाज की नजरों में ऊपर उठाता है।

पैसे से ही समाज में तभी मान सम्‍मान मिलता है यही कारण है कि व्यक्ति धन की प्राप्ति के लिए जी तोड़ मेहनत करता है वह उसके लिए रात दिन एक कर देता है लेकिन फिर भी आपेक्षित फल प्राप्त नहीं मिलता है। क्या आपने कभी इसके बारे में सोचा है की आखिर ऐसा क्यों होता है? शास्‍त्रों में बताया गया है कि आपके घर में कुछ चीजें रखी गई है तो वो आपके यहां धन के आगमन में रुकावट बनती है तथा आपका खर्च बढाती है। इसलिए आप चाहते हैं कि आपके यहां भी धन का आगमन हो तो आप अपने घर से इन चीजों को तुरंत हटा दें।

1. कबूतर का घोसला: शास्त्रों के अनुसार कबूतर का घर में घोसला बनाना आर्थिक स्थिति के लिए सही नहीं माना जाता है। यही कारण है कि घर में आर्थिक समस्याएं पैदा होती है इसलिए अगर आपके घर में कहीं भी कबूतर का घोसला हो तो उसे तुरंत हटा दें।
2. मधुमक्खी का छत्ता: मधुमक्खी का छत्ता घर में होना जितना ही खतरनाक होता है उतना ही ये आपके घर के लिए दुर्भाग्य और दरिद्रता लाता है इसलिए अगर आपके घर में मधुमक्खियों का छत्ता हो तो, उसे तुरंत हटवा दें।

3. मकड़ी के जाले: घर में यदि मकड़ी का जाल है और आपका भाग्य आपका साथ नहीं दे रहा है तो साफ है कि आपके घर को नकारात्मक शक्तियों ने घेर रखा है। ऐसे में यदि आपको अपने घर में कही भी मकड़ी का जाल दिखाई दे, तो उसे तुरंत हटा दे।
4. टूटा हुआ शीशा: वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में टूटे हुए शीशे को गरीबी के प्रतीक के रूप में माना जाता है. दरअसल घर में टूटा हुआ शीशा नकारात्मक ऊर्जा को अपनी तरफ आकर्षित करता है. इसके साथ ही यह आर्थिक स्थिति को भी बिगाड़ता है. इसलिए यदि घर में टूटा हुआ शीशा रखा हो तो उसे तुरंत हटा दे या फेंक दे.
5. चमगादड़ का बसेरा: अगर आपके यहां चमगादड़ ने अपना घर बना लिया है तो ये बीमारी होने का संकेत है. क्‍योंकि घर में चमगादड़ का होना बीमारी, दुर्भाग्य और गरीबी को बुलावा देता है। इसलिए आप शाम होने से पहले अपने घर के खिड़की, दरवाजे बंद कर दें ताकि चमगादड़ आपके घर के अंदर न आ सके।
6. दीवारों में होल: अगर घर की दीवारों में जगह जगह पर छेद हो तो ये अापके घर की खुबसूरती को तो भंग करता ही है साथ में दुर्भाग्य को बुलाता है। इसलिए जितना जल्दी हो सके दीवारों के होल को भर ले।
7. नल से टपकता पानी: यदि घर में टपकता हुआ नल है तो वो तो पानी को व्यर्थ करता ही है, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा को भी घर से बाहर करता है। इसलिए जल्‍द से जल्‍द अगर कोई टपकता हुआ नल आपके घर में हो तो उसे ठीक करवा ले।
8. सूअर: कई बार हम बाहर निकल रहे होते हैं तो सूअर रास्‍ते में दिख जाते हैं तो आपको बता दें कि सूअर अगर कीचड़ में लिपटा दिख जाए तो शुभ होगा वहीं अगर सुखा दिख जाए तो अशुभ माना जाता है।

इल्म



, हुनर में, दिल दिमाग में , 
किसी बात में कम तो नहीं 

पुरुषों बाले सारे ही, 
अधिकारों की अधिकारी है ! 

बहुत हो चुका अब मत सहना , 
तुझे इतिहास बदलना है !

नारी को कोई कह ना पाए , 
अबला है बेचारी है !

कोमल है कमजोर नहीं तू , 
शक्ति का नाम ही नारी है ! 

जग को जीवन देने बाली , 
मौत भी तुझसे हारी है ! 

सतियों के नाम पे तुझे जलाया , 
मीरा के नाम पे जहर पिलाया 

सीता जैसी अग्नि परीक्षा , 
आज भी जग में जारी है !

नारी सो चलो संसार नारी है कुदरत का उपहार।

नारी बिन नाही जानत प्यारे कोई प्रेम को सार।Image may contain: 1 person, close-up

सिर्फ़ और सिर्फ़ माँ के साथ ही तो होता है मायका 
माँ थीं तो मोहल्ले भर को मेरे आने का पता होता था 
माँ थीं तो बने होते थे राजमाह चावल पुदीने की चटनी 
माँ थीं तो बिलकुल बुरा नहीं लगता था 
बिस्तर में लेटे रहना , सुस्ताना , टी वी देखना , चाय पीना 
माँ थीं तो अपने साथ साथ मेरे लिए भी डाल लेती थीं आम का अचार साल भर के लिए
ले लेती साल भर के लिए देसी चावल
जब छोटे छोटे बच्चों के साथ जाती
तो कहती
भूल जाओ सब , आनंद करो , मस्ती करो
सब मैं संभाल लूँगी
मेरे घर आती तो सब बनेरों पे पड़े होते धुले हुए चादर खेस लिहाफ़
सारे मोहल्ले को पता होता माँ आईं हैं
निहायत बुरे वक्तों में सीने में मेरा मुँह छुपा लेती
और कहती
मैं हूँ न
बुरा सपना आता तो सुबह बस पकड़ आती
देखती मैं ठीक हूँ तो शाम को लौट जातीं
हाँ , काफ़ी छुपाती थी मैं अपने दर्द उन से
पर माँ की आँखें तो तस्वीर में भी भाँप जाती है दर्द
गईं तो मेरा मायका भी साथ ले गईं
एक बार गई मैं तो बाहर वाले कमरे में बैठ घंटों रोती रही
किसी को ख़बर तक न पड़ी मेरे आने की
फिर सालों साल उस शहर में क़दम पड़े ही नहीं
वो रास्ते यूँ जैसे नाग फ़न फैलाए बैठे हों
सोचा था , अब धुँधला पड़ने लगा है सब
अब जाने लगी हूँ उस शहर
ख़रीदारी भी कर लेती हूँ वहाँ
माँ थीं तो ज़रूरी होता था शॉपिंग पे जाना
नहीं तो पूछतीं
कोई बात है
उदास हो क्या
पैसे मुझ से ले लो
कुछ बचा कर रखे हैं तुम्हारे बाबू जी से परे
नहीं , पर कुछ भी धुँधला नहीं पड़ा है
पालती मार कर बैठा था कहीं ज़िंदगी की व्यस्तता में
कहीं एक शब्द पढ़ा
तो ज़ार ज़ार फूट पड़ा सब
कोई भी दर्द क्या मर पाता है कभी पूरी तरह
यूँ तो सब ठीक है
पर काश माँ को कोई दर्द न देती
काश उनका दर्द बाँट लेती
काश उनके लिए ढेरों सूट गहने ख़रीद पाती
काश उन्हें घुमाने ले जा पाती
काश उन्होंने कभी जो देखे थे ख़्वाब पूरे कर पाती
पर यह काश भी तो ख़ुद माँ बन कर ही समझ आता है
इतनी देर से क्यों समझ आता है ?
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Wednesday 30 August 2017

1. जिसकी शायरी मेँ होती हैँ अक्सर सिसकियाँ... वो शायर नहीँ किसी बेवफा का दिवाना होता है...

Shayari part 104

1. जिसकी शायरी मेँ होती हैँ अक्सर सिसकियाँ...
वो शायर नहीँ किसी बेवफा का दिवाना होता है...
2. “कुछ लम्हे बिताएं हैं मैंने उसके संग,

कैसे कह दूं खुद को कि बदनसीब हूँ मैं….”॥
3. उसने देखा ही नहीं, अपनी हथेली को कभी,

उसमे हल्की सी लकीर, मेरी भी थी.....

4. हम वो ही हैं, बस जरा ठिकाना बदल गया हैं अब...!!!
तेरे दिल से निकल कर, अपनी औकात में रहते है...!!!
5. मालूम नहीं क्यूँ मगर कभी कभी अल्फाजों से ज्यादा,

मुझे तेरा नाम लिखना अच्छा लगता है....!!
6. कई लोगो से सुने थे मोहब्बत के किस्से..

खुद कर ली तो जाना ये बदनाम क्यूँ है..

7. डर लगता है उसके तस्वीर की तारीफ करने में,
जमाना पूछ ना बैठे ये तेरी कौन लगती है.....?
8. लोग पढ़ लेते हैं मेरी आखों से तेरे प्यार का नशा..

मुझ से अब तेरे इश्क़ की हिफाजत नहीं होती..
9. तेरी यादें हर रोज़ आ जाती है मेरे पास...

लगता है तुमने बेवफ़ाई नही सिखाई इनको..

10. लोग कहते हैं कि समझो तो खामोशियां भी बोलती हैं,
मैं अरसे से खामोश हूं और वो बरसों से बेखबर है...

Shayari part 51

1. लिखने-लिखाने का ये सबब मिला हमें... 

वो कहते हैं मुझे...बहुत बातें आ गई हैं तुम्हें..!!

2. उससे मिला हूँ जब  से

दील चाहता है
सबसे बिछड़ जाऊं

3. "आप जिस पर आंख बन्द कर के भरोसा करते है,

अक्सर वही आप की आंखे खोल जाता है"

4. हम वो हैं जो आँखों में आँखें डाल के सच जान लेते हैं 

तुझसे मुहब्बत है बस इसलिये तेरे झूठ भी सच मान लेते हैं...

5. मेरा कत्ल करके क्या मिलेगा तुमको....

हम तो वैसे भी तुम पर मरने वाले हैं ....!!

6. शीशे में डूब कर पीते रहे, उस ‘जाम’ को,

कोशिशें तो बहुत की मगर, भुला न पाए एक ‘नाम’ को..

7. "वो करीब बहुत है...मगर दूरियों के साथ...,

हम दोनों जी तो रहे है...मजबूरीयों के साथ...।"

8. तुझे याद करके जागता हूँ - तुझे याद करके सोता हूँ.

बस, ज़िन्दगी में इसके सिवा और कुछ भी नहीं है..

9. जिसे हम सबसे ज्यादा चाहते है, 

उसीमें सबसे ज्यादा ताकत होती है,
हमें रुलाने की...

10. क्या हुई खता हमसे ऐसी,

जो किस्मत हमारी हमसे रुठ गई,
क्यों हमें रोशनी की किरण दिखाके,
अंधेरों में दूबा गया कोई....


Shayari part 103

1. शायरी मेरा शौक नहीं…
ये तो मोहोब्बत की कुछ सज़ाएं है
2. बुरी आदतें अगर वक़्त पे ना बदलीं जायें,

तो वो आदतें आपका वक़्त बदल देती हैं
3. प्यार करता हु इसलिए फ़िक्र करता हूँ,

नफरत करुगा तो जिक्र भी नही करुगा

4. मेरी आँखों में वो नशा है..
जो सामने वाले को उलझन में डाल देता है॥
5. रियासते तो आती जाती रहती हे,

मगर बादशाही करना तो..
आज भी लोग हमसे सीखते हे!
6. तुम्हारा सिर्फ़ हवाओं पे शक़ गया होगा,

चिराग़ ख़ुद भी तो जल-जल के थक गया होगा..

7. तु बस मेरी मोहब्बत को संभाल के रख
दुनिया को मैं अकेले संभाल लुगा
8. ना भगवा मेरा है , ना हरा मेरा है|

हम हिन्दुस्तानी है पूरा तिरंगा मेरा है|
9. मेरे क़दमों में पूरी कायनात भी रख दी गई थी....

हमने तब भी तुम्हारी यादों का सौदा नहीं किया
10. इंसान बिकता है, कितना महँगा या सस्ता

ये उसकी मजबूरी तय करती है..




Shayari part 16 (Girlfriend)

~ रुक गया है.....आसमान में चाँद चलते चलते……
अब तुम्हें, छत से उतरना चाहिए….

~ तुम छत पे ना जाया करो……..शहर मेँ बेवजह, 
ईद की तारीख बदल जाती है…

~ तेरी मुस्कान से पड़ता हैं.....मेरी सेहत में फ़र्क, 
और  लोग पूछते हैं, दवा का नाम क्या है?

Shayari part 13

1 - सिखा दी बेवफ़ाई करना ज़ालिम ज़माने ने तुम्हे , कि तुम जो भी सीख जाते हो हम पर ही आजमाते हो .
2 - ” तू होश में थी फिर भी हमें पहचान न पायी.., एक हम है कि पी कर भी तेरा नाम लेते रहे
3 - “हमें तो प्यार के दो लफ्ज ही नसीब नहीं ,, और बदनाम ऐसे जैसे इश्क के बादशाह थे हम” !!
4 - खुदा भी अब मुझसे बहुत परेशान है…… रोज़ रोज़ जब से दुआ में तुझे मांगने लगा हूँ… .!
5 - आग लगी थी. मेरे घर को. . .

किसी सच्चे दोस्त ने पूछा -:"क्या बचा है. . ? ?
".मैने कहा -:"मैं बच गया हूँ. . ! !".
उसने गले लगाकर कहा -:"फिर जला ही क्या है।

6 - लगता है इस बार मुझे मोहब्बत होकर ही रहेगी , 

आज रात ख्वाब में मैंने खुद को बरबाद होते देखा है…


Shayari part 8

ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं तुझसे ऐ

ज़िन्दगी,
सिर्फ इतना बता की तेरा कोई और सितम
बाक़ी तो नहीं .
=-=-=-=-=
ग़ज़ल लिखी हमने उनके होंठों को चूम कर ,
वो ज़िद्द कर के बोले … ‘ फिर से सुनाओ ’…..!!”
=-=-=-=-=
मोहब्बत भी उस मोड़ पे पहुँच चुकी है ,
कि अब उसको प्यार से भी मेसेज करो,
तो वो पूछती है कितनी पी है?………
=-=-=-=-=
एक बार और देख के आज़ाद कर दे मुझे ,
में आज भी तेरी पहली नज़र के कैद में हूँ …!!
=-=-=-=-=
शुक्रिया मोहब्बत तुने मुझे गम दिया,
वरना शिकायत थी ज़िन्दगी ने जो भी
दिया कम दिया…!!
=_=_=_=_=_=
नजर में बदलाव है उनकी , हमने देखा है आजकल !
एक अदना सा आदमी भी , आँख दिखा जाता
है !!
=-=-=-=-=
कोई आँखों में बात कर लेता है ,
कोई आँखों आँखों में मुलाकात कर लेता है.
मुश्किल होता है जवाब देना …
जब कोई खामोश रह करभी सवाल कर लेता है !
=-=-=-=-=
हमें तो प्यार के दो लफ्ज ही नसीब नहीं ,
और बदनाम ऐसे जैसे इश्क के बादशाह थे हम ..
=-=-=-=-=
तुझे तो मोहब्बत भी तेरी ऒकात से ज्यादा
की थी …..
अब तो बात नफरत की है , सोच तेरा क्या
होगा…. .
=-=-=-=-=
वो कहने लगी , नकाब में भी पहचान लेते हो
हजारों के बीच ?
में ने मुस्करा के कहा, तेरी आँखों से ही शुरू हुआ
था “इश्क”, हज़ारों के बीच .”

=_=_=_=_=_=_=
“जाने कब- कब किस- किस ने कैसे-कैसे तरसाया

मुझे ,
तन्हाईयों की बात न पूछो महफ़िलों ने भी
बहुत रुलाया मुझे ”
=-=-=-=-=
में पिए रहु या न पिए रहु , लड़खड़ाकर ही चलता
हु ,
क्योकि तेरी गली कि हवा ही मुझे शराब
लगती हे
=-=-=-=-=
बड़ी तब्दीलियां लाया हूँ अपने आप में लेकिन ,
बस तुमको याद करने की वो आदत अब भी है।।
=-=-=-=-=
हमसे ना कट सकेगा अंधेरो का ये सफर …
अब शाम हो रही हे मेरा हाथ थाम लो…. !!!
=-=-=-=-=
तेरी वफाओं का समन्दर किसी और के लिए
होगा,
हम तो तेरे साहिल से रोज प्यासे ही गुजर
जाते हैं !!


Shayari part 2

1. धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक, 

हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते….!!
-
2. झुको वहीं जहाँ किसी के दिल में 
किसी को झुकाने की जिद ना हो....   
-
3. आपसे ऊँचा मकां हम भी बना लेते मगर, 
सामने सबके नहीं झुकता ये सर तो क्या करें.!!   
-
4. क्या बात है.. सभी बड़े चुपचाप से बैठे हो..!! कोई बात दिल पे लगी है.. या दिल लगा बैठे हो..!!
-
5. हमे मालूम था अंजाम इश्क का लेकिन
जवानी जौश पे थी और हम
जिन्दगी बरबाद कर बैठे..!!
-
6. आँखे खुली जब मेरी तो जाग उठीँ हसरतेँ सारी..
उसको भी खो दिया मैँने..जिसे पाया था ख़्वाब मेँ.!!
-
7. प्यार का रिश्ता भी कितना अजीब होता है। मिल जाये तो बातें लंबी और बिछड़ जायें तो यादें लंबी।
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8. तुम मेरे दिल में हो....ये सबको खबर है,
क्या वजह है, कि बस.... तू ही बेखबर है
-
9. ए जिन्दगी खत्म कर अब ये यादो के सिलसिले,
मै थक सा गया हू दिल को तसल्लिया देते देते..
-
10. उस ने एक दिन अजीब सवाल कर ङाला.. 
मरते तो मुझ पर हो जीते किसके लिए हो...   
-
11. अपनों की चाहतों ने दिया कुछ ऐसे फरेब अमीर रोते रहे लिपट कर हर एक अजनबी से हम   
-
12. नजारे तो बदलेंगे ही, ये तो कुदरत है.... अफसोस तो हमें, तेरे बदलने का हुआ है...   
-
13. तेरी महेफिल मे महोब्बत आजमा के हम भी देखेंगे.। 
तेरे कदमो पे शर अपना जुका के हम भी देखेंगे.॥   
14. कभी भी 'ख़ुशी' मेँ शायरी नही लिखी जाती है,
ये वो धुन है जो दिल टूटने पर बनती है
-
15. जितनी भीड़ बढ़ रही है जमाने में..
लोग उतने ही अकेले होते जा रहे है
-
16. मुझे प्यार करने वाली लड़की चाहिए 
गोल रोटियां तो ढाबे से भी ले आऊँगा....   
-
17. जो मिलते हैं, वो बिछड़ते भी हैं. हम नादान थे, 
जो तीन मुलाकात को जिंदगी समझ बैठे....!   
-
18. नर्म लफ़्ज़ों से भी लग जाती है चोटें अक्सर, रिश्ते निभाना बड़ा नाज़ुक सा हुनर होता है...   
-
19. तुम कहते हो याद नही किया 
बताओ जरा याद तो भूलने वालों को करते हैं ना...


Shayari part 4

1. "मुझे नही मालुम की तुम्हे पाकर मुझे क्या मिलेगा,,


Shayari part 82

1. ऐ इश्क़ ! तेरा वकील बन के बुरा किया मैनें,

यहाँ हर शायर तेरे खिलाफ सबूत लिए बैठा हैं...

2. कभी बात बनती थी, कभी बिगड़ जाती थी...

तेरे संग जैसी भी थी, लेकिन गुजर जाती थी!!

3. ना जाने दिल क्यों खीचा चला जाता है उसकी तरफ।

क्या उसने भी मुझे पाने की दुआ मांगी है।।

4. मेरे लफ्जों को इतनी शिद्दत से ना पढा करो, "दोस्तो"

कुछ याद रह गया तो हमे भूल नही पाओगे !

5. कुछ लोग जमाने में ऐसे भी तो होते हैं..

महफिल में तो हंसते हैं तन्हाई में रोते हैं..

6. बदनाम करते है लोग हमें जिनके नाम से...!

खुदा कसम जी भर के देखा भी नहीं हमने उसे ।।

7. जब कोई दिल दुखाये तो बेहतर है चुप रहना चाहिये,

क्योंकि जिंन्हें हम जवाब नहीं देते.. उन्हें वक़्त जवाब देता हैं...!!!

8. एक बात बताओ ..

मेरे सबर का इम्तिहान ले रहे हो....?
या.. हकीकत में मेरी याद नहीं आती..

9. हर किसी को खुश करना शायद हमारे बस में ना हो, 

लेकिन किसी को हमारी वजह से दुःख ना पहुँचे, यह तो हमारे बस में है।

10. तमीज, तहजीब, अदब जीवन में बोलती है,

लाख छुपाये इंसान, लेकिन शख्सियत निशाँ छोड़ती हैं..


Shayari part 94

1. बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को क्यूकि 

इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता..!!

2. ऐ खुदा मुसीबत मैं डाल दे मुझे....

किसी ने बुरे वक़्त मैं आने का वादा किया है.

3. हम तो वो हे जो तेरी बातेँ सुन कर तेरे हो गए थे….

वो और होंगे जिन्हे मोहब्बत चेहरो से होती हो….

4. पागल नहीँ थे हम जो तेरी हर बात मानते थे

बस तेरी खुशी से ज्यादा कुछ अच्छा ही नहीँ लगता था....

5. ख़्वाहिशों के क़ाफ़िले, बड़े अजीब होते हैं,

ये गुज़रते वहीं से हैं, जहाँ रास्ते नहीं होते ...

6. ग़ज़ब का हौसला दिया है, खुदा ने हम इन्सानों को,

वाक़िफ़ हम अगले पल से भी नहीं, और वादे ज़िंदगी भर के होते है ....

7. सुना है ग़ैर की महफ़िल में तुम न जाओगे

कहो तो आज सजा लूँ ग़रीब-ख़ाने को

8. रेत पर नाम कभी लिखते नहीं; रेत पर नाम कभी टिकते नहीं;

लोग कहते है कि हम पत्थर दिल हैं; लेकिन पत्थरों पर लिखे नाम कभी मिटते नहीं!

9. अल्फाज ही सब कुछ होते है....

दिल जीत भी लेते है.... और दिल चीर भी देते हैँ....

10. हो जा मेरी कि इतनी मोहब्बत दूँगा तुझे

लोग हसरत करेंगे तेरे जैसा नसीब पाने के लिए..!!


Shayari part 18

1. दूर कहाँ तेरे पास ही तो हूँ मैं.....

देख मेरी शायरी में मौजूद हैं..........
"तेरे एहसास"..... बन कर "अल्फाज़"......
2. आपने कहा मोहब्बत पूरी नहीं होती |

हम कहते हैं हर बार ये बात जरुरी नहीं होती ||
मोहब्बत तो वो भी करते हैं उनसे|
जिन्हें पाने की कोई उम्मीद नहीं होती
3. हम भी फूलों की तरह कितने बेबस हैं , कभी 

किस्मत से टूट जाते हैं , कभी लोग तोड़ जाते हैं..

4. दोनों की पहली चाहत थी , दोनों टूट के मिला करते थे..
वो वादे लिखा करती थी , में कसमे लिखा करता था !!!
5. क्या मंदिर, क्या मस्जिद, क्या गंगा की धार करे..

वो घर ही मंदिर जैसा है जिसमे औलाद माँ बाप का सत्कार करे.
6. कभी तो खोदकर देखो अपने जिस्म की कब्र,

मिलेगी ख्वाहिशे जिन्हें तुम अन्दर मार देते हाे.

7. इश्क़ है, या, कुछ और, पर, जो तेरे साथ है, 
वो किसी और के साथ नही॥
8. ये लफ्ज भी बड़े बेईमान है,

मरहम देने भेजा था, चोट दे आये..!!
9. तु आना हो तो आ तेरी मरजी से....

तु मेरे नसीब में हो या ना हो तुझे में मेरे नसीब मे लाके रहुगा

10. मेरे नज़दीक आ के देख मेरे एहसास कि शिद्दत..
मेरा दिल कितना धड़कता है सिर्फ तेरे नाम के साथ...

Shayari part 101

1. तुम दुनिया में सबसे जीत सकते हो, सिवाय उस इंसान से..

जो तुम्हारी ख़ुशी के लिएे जान बूझकर हार जाता हैं
2. हर बार हम पर इल्ज़ाम लगा देते हो मोहब्बत का, 

कभी खुद से भी पूछा है इतने हसीन क्यों हो।
3. चाहते थे जिसको हम उसके दिल बदल गए,

समुंदर तो वो ही था लकिन साहिल बदल गए.
कत्ल ऐसा हुवा हर बार किस्तों में मेरा,कभी
खंजर बदल गए तो कभी कातिल बदल गए.

4. वो बोली I Hate You, मेरी कसम खाकर बोलने को कहा तो पगली रोने लग गयी..
5. तुझसे नफरत बहुत जरुरी थी,

ये ना करते तो तुझसे प्यार हो जाता...।
6. इस छोटे से दिल में किस किस को जगह दूँ ,

गम रहे, दम रहे, फ़रियाद रहे, या तेरी याद रहे...!

7. सीली-सीली हवा, कोई पैग़ाम तो ला......
दिल नहीं लगता उनके बिना, मेरे नाम एक सलाम तो ला.
8. याददाश्त बढाने की दवा तो सारी दुनिया बनाती है,

कोई ऐसा हकीम बता दो जो तुम्हे भूलने की दवा बनाता हो..
9. अजीब जुल्म करती है तेरी ये यादें....

सोचू तो बिखर जाऊँ...ना सोचू तो किधर जाऊँ.

10. हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का,
बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम..!

Shayari part 100

1. ना जाने वक्त में सिखाने का हुनर नहीं था...!!

या मुझमें सीखने का..
मुझे अब तक तुम्हारे बिना जीना ना आया...!!

2. किताबें इश्क की पढकर ना समझो खुद को आशिक़,

ये दिल का काम, दिल वालों को करने दो तो अच्छा है!!!

3. चलो बिखरने देते हैं जिन्दगी को,

सँभालने की भी तो एक हद होती है !!

4. न अपनों से खुलता है, न ही गैरों से खुलता है. ये जन्नत का दरवाज़ा है, माँ के पैरो से खुलता है.!!
5. नींद उड़ा कर मेरी कहते है वो कि, सो जाओ कल बात करेंगे ,

अब वो ही हमें समझाए कि, कल तक हम क्या करेंगे ....!!

6. माँ के हाथो में जादू है किस्मत सँवारने का फिर वो हाथ चाहे सिर पर फिरे या फिर गालो पर !!!
7. पता नहीं क्या जादू है माँ के पैरों में ।। 

जितना झुकता हूँ , उतना ही ऊपर जाता हूँ !!

8. तुम एक बार आ जाओ किसी बहाने से

इन तरसती आँखों को सुकून मिल जायेगा।

9. आज फिर वो ख़फ़ा है खैर ..

कौन सा ये पहली दफा है!!

10. समय कई जख्म देता हैं इसलिये

घडी में फूल नहीं काटे होते है


Shayari part 99

1. सच बोलता हूँ तो टूट जाते हैं रिश्ते,

झूठ कहता हूँ तो खुद ही टूट जाता हूँ

2. तुझे चाहने का जुर्म ही तो किया था ,

तुने तो पल पल मरने की सजा दे दी ..!!

3. जैसे प्यार से सभी चीज़ें आसान लगती हैं उसी तरह उम्मीद से सब कुछ संभव लगने लगता है।
4. दिल ना-उम्मीद तो नहीं नाकाम ही तो है,

लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है...!

5. मिलने को तो दुनिया मे कई चेहरे मिले ,

पर तुम सी मोहब्बत हम खुद से भी न कर पाये ...!!!

6. जिन्दगी और आरजू का बोझ है 

मुझपर हसरते तेरी है की पुरी नही होती,!!!!!

7. आओ खामोशी की जुबान मै,

इतनी बाते करें की थक जायें!!!!

8. हमे खुशी मिल गई भी तो कहाँ रखेंगे हम,

आँखों में हसरतें हैं, और दिल में तुम ही तुम

9. जो बच्चा छोड़ आता है माँ के दामन का चमन जिंदगी उसके लिए फिर वीरान रहती है !
10. गले मिलकर छुरा घोंपने का रिवाज है यहां क्या शहर है कायदे का दुश्मन नहीं मिलता !!

Shayari part 98

1. जुदाई कि खबर होती अगर तेरे दिदार से पहले,

खुदा से मौत माँगता मै तेरे प्यार से पहेले....

2. मेरे प्यारे दोस्तों इश्क वो इबादत हे जो दो लफ्जों से नही,

बस आँखों से ही ब्यान हो जाती है..

3. कहानी बस इतनी सी थी तेरी मेरी मोहब्बत की......

मौसम की तरह तुम बदल गई और फसल की तरह मै बरबाद हो गया

4. सच कहूँ तो तुझे कभी प्यार था ही नही...

तूने तो अपनी खामोशी दुर करने के लिये
हमे खामोश कर दिया...

5. अंदाज़ कुछ अलग हैं मेरे सोचने का,

सब को मंजिल का शौक है और मुझे रास्तों का..

6. "समुद्र बड़ा होकर भी, अपनी हद में रहता है, 

जबकि इन्सान छोटा होकर भी अपनी हद भूल जाता है.!!!

7. निशानी क्या बताऊ तुझे अपने घर की.....

जहाँ दीवारे उदास लगे वहीँ चले आना.....

8. महोब्ब्त दिल में कुछ ऐसी होनी चाहिये. की 

हासिल भले दुसरे को हो पर कमी उसको ज़िन्दगी भर अपनी होनी चाहिये...

9. चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है तीर की तरह…!!!

मगर ख़ामोश रहता हूँ, अपनी तक़दीर की तरह…!!

10. ज़नाजा रोककर मेरा वो इस अंदाज मे बोले

मैने तो गली कही थी ,तुम तो दुनिया ही छोड चले...


Shayari part 97

1. सोचता हू की बुझा दू मै ये कमरे का दिया,

अपने साए को भी क्यों साथ जगाऊ अपने !

2. किसी के दिल का दर्द किसने देखा है; 

देखा है, तो सिर्फ चेहरा देखा है;
दर्द तो तन्हाई मे होता है;
लेकिन तन्हाइयो मे लोगों ने हमे हँसते हुए देखा है...!!

3. उसकी हसरत मेरी तकदीर में लिखने वाले,

काश उसको मेरी तकदीर में लिखा होता!

4. खुदा करे ये जिंदगी में मकाम आये, 

तुजे भूलने की दुआ करू और दुआ में तेरा नाम आये ।

5. यूँ ही नही आता ये शेर-ओ-शायरी का हुनर,

कुछ खुशियाँ गिरवी रखकर जिंदगी से दर्द खरीदा है।

6. महोब्बत कोई गुनाह तो नहीं है मगर.. ।

सज़ा भरपूर मिलती है ये और बात है.. ।

7. अब उसूलों का वज़न साथ में है 

तो सफर तो मुश्किल होना ही था ..!!

8. मैं हमेशा ख़ुश रहता हु,क्यों? क्यूंकि मैं किसी से उम्मींद नहीं रखता। उम्मीदे हमेशा दर्द देती है......
9. किसी ने कहा था महोब्बत फूल जैसी है!!

कदम रुक गये आज जब फूलों को बाजार में बिकते देखा!

10. उन्हें लगता है उनकी चालाकियाँ हमें समझ नहीं आती, 

हम बड़े आराम से देखते हैं उन्हें अपनी नज़रों से गिरते हुए.......


Shayari part 96

1. बरसती बारिशों मे बस मुझे इतनी सी बात याद है, 

कि इस तरह का एक मौसम मेरे अन्दर भी रहता है.!

2. हाथो की लकीरो को खरोच डाला

जब मेरा हाथ देख कर किसी ने कहा तेरी मोहब्बत बेवफा हेागी

3. डर लगता है मुझे उन आँखो से,

जो झुकते हुए भी दिल पर वार कर जाती है!!!

4. मुफ्त में नहीं आता यह शायरी का हुनर मेरे दोस्त,,,

इसके बदले ज़िन्दगी हमसे हमारी खुशियों का सौदा करती है...  

5. कुछ लोग इतने गरीब होते हैं...

के उनके पास सिर्फ पैसा होता हैं...!

6. डर लगता है उसके तस्वीर की तारीफ करने

में,
जमाना पूछ ना बैठे.... ये तेरी कौन लगती है ?

7. मुझे दर्द हुआ एहसास आपको है

आपको प्यार है यह एहसास मुझे है

8. प्यार का तो पता नही. लेकिन जब भी तू परेशान होती है, 

एक अजीब सी बेचैनी हो जाती है मुझे

9. END" और "AND"

दोनो की पुकार एक जेसी है ,,
पर....
एक में ख़त्म होने की निशानी है
और
दूसरे में जोड़ देने का हुनर..

10. हल्की-फुल्की सी है जिंदगी...

वज़न तो बस ख्वाहिशों का है...!!


Shayari part 95

1. अब तो किस्मत भी साथ नही दे रही है मेरी…… 

सच कहूँ तो बिल्कुल तुम्हारी, तरह

2. मैं अपनी मोहब्बत का शिकवा, तुमसे कैसे करू...,

मोहब्बत तो मैने की है..., तुम तो बेकसूर हो..!!

3. तेरे ना होने से जिंदगी में बस इतनी सी कमी रहती है ,

मैं चाहे लाख मुस्कुराऊ, इन आँखों में नमी ही रहती हैं ...!

4. फिर वही दिल की गुज़ारिश, फिर वही उनका गुरूर;

फिर वही उनकी शरारत, फिर वही मेरा कसूर

5. तू बेवफा है तो एक बुरी खबर सून ले,

हमारा इंतझार कोई दूसरा भी करता है...

6. उसके जीवन का हर फैसला मेरे लिए अनमोल था

क्योकी उसने हर फेसले में सिर्फ एक ही लफ्ज कहा "जेसा तुम कहो"

7. कुछ और कश लगा ले ऐ ज़िन्दगी !

बुझ जाऊंगी किसी रोज़ सुलगते सुलगते !!

8. तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है, जिसका रास्ता बहुत खराब है,

मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा, दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।

9. हद से बढ़ गया है तेरा नज़र अंदाज करना..

ऐसा सुलूक न करो कि हम भूलने पे मजबूर हो जाये..!!

10. जिंदगी भर "सुख" कमाकर दरवाजे से घर में लाने की कोशिश करते रहे। 

पता ही ना चला कि कब खिड़कियों से "उम्र" निकल गई।।


Shayari part 92

1. तुझे तो प्यार कभी था ही नही ऐ बेवफा,

तूने तो अपनी तन्हायी दुर करने के लिये हमे तन्हा कर दिया..!!

2. एक चाहत.....तेरे साथ जीने की....

वरना मोहब्बत तो किसी से भी हो सकती थी !!

3. नाराज़ नहीं हूँ,  तेरे जाने  से....!!

ग़म ये है कि, तेरा यकीन अब कैसे करूँ....!!

4. ख्वाब आँखों से गए और नींद रातों से गयी..!!

वो जिंदगी से गए और जिंदगी हाथों से गयी..!!

5. जो जले थे हमारे लीये, बुज रहे है वो सारे दीये़..!!

कुछ अंधेरो की थी साजीशें. कुछ उजालों ने धोखे दिये..!!!

6. मंजिले बहुत हैं, अफ़साने बहुत हैं, राहे जिंदगी में इम्तिहान बहुत हैं...!

मत करो गिला उसका जो मिला नहीं, इस दुनियाँ में "खुश" रहने के बहाने बहुत हैं...!!

7. प्लम्बर कितना भी एक्सपर्ट क्यूँ न हो...? पर. वो आँखों से बहता...

पानी बंद नहीं कर सकता. उनके लिये तो दोस्त ही चाहिये...

8. सच्चे इश्क में अल्फाज़ से ज्यादा

एहसास की एहमियत होती है।

9. सो गई हैं शहर की सारी गलिया..

अब रात भर जागने की बारी मेरी है!

10. कदर करनी है. तो ज़िंदगी मैं ही करना

कफ़न औढाते वक़्त तो नफ़रत करने वाले भी रो पड़ते हैं


Shayari part 91

1. चलते चलते मेरे कदम. बस यही सोचते हैं...

की मैं किस तरफ जाऊं जो मुझे तू मिल जाए..

2. मरने का मज़ा तो तब है,

जब कातिल भी जनाजे पे आकर रोय

3. वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त…

मजा तो तब है जब वक्त बदल जाये पर यार ना बदले..

4. मुझें छोड़कर वो खुश हैं तो शिकायत कैसी, अब मैं उन्हें खुश भी न देखूं तो मोहब्बत कैसी..
5. हम तो सोचते थे कि लफ्ज ही चोट करते है.

पर कुछ खामोशियो के जख्म तो और भी गहरे निकले...

6. तुमने समझा ही नही और ना समझना चाहा;

हम चाहते ही क्या थे तुमसे “तुम्हारे सिवा”...

7. लिफाफे में बंद कर लो अपनी तमाम जिंदगी....

खुली किताबो के अक्सर पन्नें उड़ जाया करते है 

8. अब तेरी आँखों में आँसू क्यों पगली ,

जब छोड़ ही दिया तो भुला भी दिया होता ..

9. धडकनो को भी रास्ता दे दीजिये, जनाब...

आप तो सारे दिल पर कब्जा किये बैठे है.....

10. आज पगली बरसो बाद मिली तो गले लगकर खूब रोइ.

जानते हो ये वही थी जिसने कहा था तेरे जैसे हजारो मिलेंगे.