हर गम की दवा नहीं होती, क्या होता जो दुआ नहीं होती, बे-खौफ लोग तोड़ देते हैं दिल, ये सोच कर, की इस जुर्म की कोई सजा नहीं होती...
हर गम की दवा नहीं होती, क्या होता जो दुआ नहीं होती, बे-खौफ लोग तोड़ देते हैं दिल, ये सोच कर,
की इस जुर्म की कोई सजा नहीं होती...हर गम की दवा नहीं होती, क्या होता जो दुआ नहीं होती, बे-खौफ लोग तोड़ देते हैं दिल, ये सोच कर, की इस जुर्म की कोई सजा नहीं होती...
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