मेरे मन की आवाज ..... ( मेरी तन्हाई)
Thursday, 22 December 2016
मुस्कुराने की कोई वजह तो नहीं
फिर भी हम मुस्कुराते है बेवजह
वजह ये है कि बेवजह मुस्कुराने से
दुनिया की हर दोलत मेरे पास है
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