मेरे मन की आवाज ..... ( मेरी तन्हाई)
Thursday, 22 December 2016
शायद मैं तेरी किताब का पहला पन्ना हूँ .. जिसके होने ना होने से तुम्हे कोई फर्क नही पड़ता ..
21 hours ago
एक दिल के आगे हम भी हार गए
पता होता तो दिल जोड़ने से पहले ही
हाथ जोड़ लेते हम ...
21 hours ago
प्यार की लड़ाई मैं
जिसके दिल मैं
ज़्यादा प्यार होता है
वो हार जाता है
21 hours ago
उसने पूछा कि सबसे ज़्यादा क्या पसंद है तुम्हे .. मैं बहुत देर तक उसे देखती रही .... कि शायद वो समझ जाये ........
22 hours ago
बड़ी अजीब सी है बाबू
तेरी यादे भी सोचूं तो बिखर जाऊं ना सोचूं तो किधर जाऊँ ,,
22 hours ago
आज वही इश्क़ मुझे उदास कर गया जो कहता था कि तुम्हारे बिना ज़िन्दगी उदास लगती है '':::::
21 hours ago
राज तो हमारा हर जगह है पसंद करने वालो के दिल मैं और नापसंद करने वालो के दिमाक मैं ,,,,,
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21 hours ago
एक वो भी दौर था कि मुझे देखे बिना तुझे करार ना था झूठ मानो तो पूछ लो अपने दिल से
मैं कहूँगी तो रूठ जाओगे ..
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें हम उनके लिए ज़िंदगानी लूटा दें
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