Saturday, 31 December 2016

* मेरी आँखों में झाँकने से पहले,
जरा सोच लीजिये ऐ हुजूर...
जो हमने पलके झुका ली तो कयामत होगी,
और हमने नजरें मिला ली तो मुहब्बत होगी**

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