Friday 9 December 2016

* चल अधूरे अहसास अब पूरा कर ले.
इस सूरज के रहते ही हम अँधेरा कर ले.
तू वजूद बन मै तेरी आयत बनु.
एक दूजे के निगाहों मे बसेरा कर ले***

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