Thursday 21 December 2017

अपनी रातें उनके लिए ख़राब करना छोड़ दो दोस्तों,


अपनी रातें उनके लिए ख़राब करना छोड़ दो दोस्तों, जिनको ये भी परवाह नहीं की , तुम सुबह उठोगे भी या नहीं....!!!



खेलना अच्छा नहीं किसी के नाज़ुक दिल से, दर्द जान जाओगे जब , कोई खेलेगा तुम्हारे दिल से...!!!




कभी इतना मत मुस्कुराना की , नजर लग जाए जमाने की , हर आँख मेरी तरह ,मोहब्बत की नही होती...!!!



ला भर दे मेरा ज़ाम के साकिया, हसीना ने पानी को भी शराब कर दिया, औऱ मयकदे हुस्न के बीमारों से कह दो, अब नया मयकदा मिल गया है



तूझे ऩाज है,,तू हुस्न है, तेरे गुलिस्तां की मिसाल क्या...!! मुझे फक्र है,,मैं इश्क हूँ, तूझे तड़पा ना दूँ तो कमाल क्या...!!



#धड़कने-लगे-दिल-के-तारों-की-दुनियाँ-जो-तुम-मुस्कुरा-दो #संवर-जाये-हम-बेकरारों-की-दुनियाँ-जो-तुम-मुस्कुरा-दो #जो-तुम-मुस्कुरा-दो-बहारें-हँसे-सितारों-की-उजली-कतारें-हँसे #जो-तुम-मुस्कुरा-दो-नज़ारें-हँसे-जवां-धड़कनों-के-इशारे-हँसे



उनके करीब आने की बहुत थी मगर ... करीब आकर पता चला कि मोहब्बत फासले में है



 तुझे चाहते हैं बेइंतेहा पर चाहना नही आता ये कैसी मोहब्बत है कि हमे कहना नही आता, जिंदगी में आ जाओ हमारी ज़िन्दगी बनकर, की तेरे बिन हमें जिन्दा रहना नही आता ।




आग लगाये तो जलने भी न दे आग बुझाये तो बुझने भी न दे, या ख़ुदा ये कैसा इश्क़ है तेरा न मौत आती है न ज़िन्दगी कटती है।




सर्दी में दिन सर्द मिला हर मौसम बेदर्द मिला




हादसा फिर गुज़र गया कोई। तीर दिल में उतर गया कोई। आज फिर बन संवर के निकले वो, आज फिर उन पे मर गया कोई।



कैसा है मेरा फिगर ?ple ans



Good after noon You went coffee




लिख चुकी हूँ मैं तेरे लिए एहसास बहुत सारे,, फिर भी जितना तुझे चाहा कभी लिख नहीं पायी .



लोग कहते हैं कि सच्चा प्यार कभी मर नहीं सकता... लेकिन सच तो ये हैं कि सच्चा प्यार फ़िर जीने ही कहाँ देता हैं..!!



दिल में रहने वालों अब तो किराया दे दो, साल का आख़िरी महीना, भी अब आ गया हैं,




लिखना चाहती हूं पर क्या लिखूं, देखा मैंने जब से तुजे, याद तुम आते हो, पता नही क्यूँ हर किसी मे तुम नजर आते हो...

No comments:

Post a Comment