Wednesday 1 November 2017

रातों को तेरी याद दिल में छुपाये सोया करते हैं, जब याद ज्यादा आ जाए तब रोया करते हैं, यूँ तड़पा कर हमें तुम भी जी नहीं पाओगी, आंसुओं के सागर में तुम भी डूब जाओगी, अगर याद आए कभी तो याद ही कर लेना, या हमारी याद में दो आंसू ही बहा देना...

रातों को तेरी याद दिल में छुपाये सोया करते हैं,
जब याद ज्यादा आ जाए तब रोया करते हैं,
आंसुओं के सागर में तुम भी डूब जाओगी,
यूँ तड़पा कर हमें तुम भी जी नहीं पाओगी,
अगर याद आए कभी तो याद ही कर लेना,
या हमारी याद में दो आंसू ही बहा देना...

 ज़ख्म देने का अंदाज़ कुछ ऐसा है,
ज़ख्म देकर पूंछते हैं अब हाल कैसा है,
किसी एक से गिला क्या करें,
सारी दुनिया का मिजाज़ एक जैसा है...
 नज़र ने नज़र से मुलाकात करली,
रहें दोनों चुप पर बात करली,
खुशियों का मौसम कुछ इस कदर बदला की,
इन आँखों ने रो-रो कर बरसात करली...
 मुझे तुझसे मिलने की तकदीर नज़र आई,
मुझे अपने पैरों में ज़ंजीर नज़र आई,
जितने आंसू बहाए तेरी याद में,
हर आंसू में तेरी तस्वीर नज़र आई...
 ना करता शिकायत ज़माने से कोई,
अगर मान जाता मनाने से कोई,
किसी को क्यों याद करता कोई,
अगर भूल जाता भुलाने से कोई...
 मुझे तुझसे मिलने की तकदीर नज़र आई,
मुझे अपने पैरों में ज़ंजीर नज़र आई,
जितने आंसू बहाए तेरी याद में,
हर आंसू में तेरी तस्वीर नज़र आई...
 ना मुस्कुराने को जी चाहता है,
ना आंसू बहाने को जी चाहता है,
लिखूं तो क्या लिखूं तेरी याद में,
बस तेरे पास लौट आने को जी चाहता है...
 रेत पर नाम कभी लिखते नहीं,
रेत पर नाम कभी टिकते नहीं,
लोग कहते हैं कि हम पत्थर दिल हैं,
लेकिन पत्थरों पर लिखे नाम कभी मिटते नहीं...
 काश वो समझते इस दिल की तड़प को,
तो यूँ हमें रुसवा ना किया होता,
उनकी ये बेरुखी भी मंज़ूर थी हमें,
बस एक बार हमें समझ लिया होता...
 रोती हुई आँखों मे इंतज़ार होता है,
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यों देखते हैं हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी उनके सच होने का इंतज़ार होता है...
 ना करता शिकायत ज़माने से कोई,
अगर मान जाता मनाने से कोई,
किसी को क्यों याद करता कोई,
अगर भूल जाता भुलाने से कोई...
 टूटा हुआ शीशा फिर जोड़ा नहीं जाता,
आँख से निकला हुआ आंसू फिर वापिस नहीं आता,
तुम तो कह के भूल चुके हो सब कुछ,
लेकिन हमसे वो पल भुलाया नहीं जाता,
 मोहब्बत ने तेरी जंजीरें डाली हैं ऐसी,
चुराना भी चाहूं तो चुराया नहीं जाता,
महफ़िल में भी मुझको तन्हाई नज़र आती है,
तेरे बिन ये दिल कहीं और लगाया नहीं जाता,
 दिल की दीवारों पे मेरी एक तेरा ही नाम लिखा है,
मिटाना भी चाहूं तो मिटाया नहीं जाता,
सांस रुकने से पहले एक झलक दिखा जाना,
बेवफा ज़िन्दगी का ऐतबार अब किया नहीं जाता..
 होटों की जुबान ये आंसू कहते हैं,
जो चुप रहते हैं लेकिन फिर भी बहते हैं,
और इन आंसू की किस्मत तो देखिए,
ये उनके लिए बहते हैं जो इन आँखों में रहते हैं.
 धीरे-धीरे से अब तेरे प्यार का दर्द कम हुआ,
ना तेरे आने की ख़ुशी हुई और ना जाने का गम हुआ,
जब लोग मुझसे पूछते हैं हमारी प्यार की दास्ता,
मैं कह देता हूँ कि एक फ़साना था जो अब ख़त्म हुआ...
 अब भी ताज़ा है ज़ख्म सीने में,
बिन तेरे क्या रखा है जीने में,
हम तो जिंदा हैं तेरा साथ पाने को,
वरना देर कितनी लगती है ज़हर पीने में...
 गहराई प्यार में हो तो बेवफाई नहीं होती,
सच्चे प्यार में कभी तन्हाई नहीं होती,
प्यार ज़रा संभाल के करना,
प्यार के ज़ख्म की कोई दवाई नहीं होती...
 झुकी पलकों से उनका दीदार किया था,
सब कुछ भुला के उनका इंतज़ार किया था,
वो जान ही ना पाए जज्बात कभी,
जिन्हें दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार किया था...


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