Monday, 9 April 2018

तेरे ग़म ने ही संभाला है दिल को

 सबब क्या है जाने इस दीवानगी का 
जाने क्यों तुम पे जान-ओ-दिल  लुटाते हैं 
नाकाम होते हैं बारहा इश्क़ में हम 
बारहा तुम ही से फिर इश्क़ फरमाते हैं 

 इन आँखों में सूरत तेरी सुहानी है
मोम सी पिघल रही मेरी जवानी है
जिस शिद्दत से सितम हुए थे हम पर
मर जाना चाहिए था, जिंदा हैं, हैरानी है
 जाँ-ब-लब   ठहरी  अब  तो   प्यारे  मेरे
तेरी  इन  निगाहों  ने  होश  सँभाले  मेरे
हर  शाम  को  होती  हैं  यही  खवाहिशें
आ  बैठोगे  तुम   दिल  के   किनारे  मेरे
 सबब क्या है जाने इस दीवानगी का
जाने क्यों तुम पे जान-ओ-दिल  लुटाते हैं
नाकाम होते हैं बारहा इश्क़ में हम
बारहा तुम ही से फिर इश्क़ फरमाते हैं
 तेरे ग़म ने ही संभाला है दिल को
वरना निकल गई हर हसरत होती
मेरे दिल में अगर तेरी चाहत ना होती
हर शख्स से मुझे फिर नफ़रत होती
 इश्क़   के   समंदर    में   हम   दोनों
कभी   उतरे    थे    इक   सफीने  में
इश्क़  की  रातों   में   इक   रात   थी
जब   भीग  रहे   थे    हम   पसीने  में
 कुछ लोग मिलते हैं किस्मतों से
उस से बिछड़ के जाना है ये
है इश्क़ नहीं ये सब के लिए
“आकाश” हमने अब माना है ये
 मैंने चाहा हमेशा कोई हो अपना
इसके सिवा कुछ कभी चाहा नहीं
अपना नसीब ही जाने ये कैसा है
मुझको पूरी तरह कोई मिला नहीं
 उसकी आँख जब उदास रहती है 
मेरी आँखों में बेहद खलती है
कुछ इसलिए ना मिलाता हूँ नज़र 
के उसकी नज़र सवाल करती है
 पैगाम भेजूंगा हवा के हाथ तुम्हें
खिड़की से गुजरे तो पूछा करना
दुःख की सियाह रातों में चाँद ग़र
कभी छत पे आए तो देखा करना
 वस्ल की तलब में जलता तन-बदन रहता है
हिज्र ही मुसलसल हमारे दरमियान रहता है
दूर रह के भी दिल के कितने करीब हैं हम
हम दोनों की तरह तो भला कौन रहता है


 उसकी तलब है, चाहे जुदा रखना
कुछ रोज़ मुझको लेकिन खुदा रखना
मुझे हसरत है ऐसी सजा-ए-मौत की
मेरे होंठों पे उसकी सदा रखना
 जो मैं चाहता हूँ ना है चाहता कोई
मेरे दिल की यहाँ ना है सुनता कोई
तुम्हें तलब है के जियूँ तुम्हारे लिए
मेरे दिल में मगर है रोज़ मरता कोई
 वीरां – दिल के  वन  में  तेरी  खुशबू  महका करती है
मन के  इन  गलियारों  में  तेरी  याद टहला करती है
तेरे   चर्चे   होते   रहते   हैं,   हर   बाग –  बगीचे  में
इक  तितली  तेरे  बारे  में  फूलों   से  पूछा  करती  है
 करीने से सजा के अलमारियां उसने
साड़ी से बाँध ली हैं चाबियाँ उसने
अब मैं संभालुंगी घर को कह कर
कान से उतार दी हैं बालियाँ उसने

 बिस्तर की सिलवटों में सिमट जायें हम
आ किसी रोज़ हद से गुज़र जायें हम
बर्फ से हुए पड़े हैं जो ये बदन हमारे
ये पिघल जायें जो अगर मिल जायें हम
 तेरे  ये  ख्याल, अहबाब  हैं उजालों के
तेरे ये ख्वाब, महबूब  हैं  मेरी रातों  के
बंद कमरे के इन सियाह अंधियारों में
जगमगाते रहते हैं जुगनू तेरी यादों के
 तेरे लिए इक नई दुनिया बना रहा हूँ 
मैं ख्वाबों में अभी पगडंडियाँ बना रहा हूँ 
इत्र सी आएं फूलों से खुशबूएं जहाँ 
ऐसे पर्वतों पर तेरे लिए कुटिया बना रहा हूँ 
 जिस दिल को सौंपा था मोड़ भी आया उसे
वो चाहता था छोड़ना मैं छोड़ भी आया उसे
अब के ताल्लुक ना रखेगा वो कोई मुझसे
मैं दोनों हाथों को अब जोड़ भी आया उसे
 तेरे ग़म ने ही संभाला है दिल को
वरना निकल गई हर हसरत होती
मेरे दिल में अगर तेरी चाहत ना होती
हर शख्स से मुझे फिर नफ़रत होती
 मोहब्बत के  आँसू को  यूँ बहाया  नहीं जाता
इस मोती  को पागल  यूँ  गंवाया  नहीं जाता
लिए हैं  बोसे मैंने  लब-ए-जा’ना के  जब से
ऐसे – वैसों से  मुंह अब  लगाया  नहीं जाता

 ये आइने अब घर के सँवरते क्यूँ नहीं
वो ज़ुल्फ़ के सायें बिखरते क्यूँ नहीं
लगता है ऐसे के बिछड़े हैं अभी-अभी
भूले से भी उन्हें हम भूलते क्यूँ नहीं
 ख़ुशी और ग़म को समझता नहीं हूँ
वही है हाल अब जो कहता नहीं हूँ
ये वादों – कसमों को निभाना क्या है
मैं तो इक पल भी तुम्हें भूलता नहीं हूँ
 ख़ुशी तो पल दो पल की मेहमान सी निकली
तेरी नज़र ही मुसलसल मेहरबान सी निकली
सोचता रहा कल रात मैं देर तलक तुम को
कल शब तेरी याद में बड़ी परेशान सी निकली
 कलम की नोक पे कहानी रखी है
मैंने इक ग़ज़ल तुम्हारेसानी रखी है
इन आँखों को अब क्या कहें हम
दो प्यालों में शराब पुरानी रखी है
मोहब्बत के  आँसू को  यूँ बहाया  नहीं जाता
इस मोती  को पागल  यूँ  गंवाया  नहीं जाता
लिए हैं  बोसे मैंने  लब-ए-जा’ना के  जब से
ऐसे – वैसों से  मुंह अब  लगाया  नहीं जाता

Sunday, 8 April 2018

300 करोड़ में बना है ये मंदिर, गुम्बद में लगा है 1500 किलो सोना


300 करोड़ में बना है ये मंदिर, गुम्बद में लगा है 1500 किलो सोना
मंदिर की सुरक्षा में 24 घंटे पुलिस और सिक्योरिटी कंपनियों का पहरा रहता है.




ये मंदिर तमिलनाडु के वेल्लोर शहर के दक्षिणी में स्थित है. इसे श्रीपुरम अथवा महालक्ष्मी स्वर्ण मन्दिर के नाम से जाना जाता है.





इसमें 1500 किलो से ज्यादा सोना मंदिर की दीवारों और गर्भगृह के गुम्बद पर लगा हुआ है.




लक्ष्मी नारायण मंदिर के नाम से भी मशहूर इस मंदिर को एक युवा सन्यासी ने बनवाया है.




इसके निर्माण में 1500 किलोग्राम सोने का इस्तेमाल हुआ. और इसमें लगी महालक्ष्मी की मूर्ति 70 किलो सोने से बनी है.




मंदिर को बनने में कुल 7 वर्षों का समय लगा. इसका निर्माण कार्य 2007 में पूरा हुआ. इसको बनाने में लगभग 300 करोड़ रुपये लगे.




यह मंदिर 100 एकड़ से ज्यादा में फैला हुआ है. इस मंदिर में देश की सभी प्रमुख नदियों से पानी लाकर एक 'सर्व तीर्थम सरोवर' नाम का कुंड बनाया गया है.





मंदिर परिसर में लगभग 27 फीट ऊंची एक दीपमाला भी है. जिसे जलाने पर सोने से बना मंदिर चमकने लगता है.



यहां पर प्लेन से जाने के लिए चेन्नई एयरपोर्ट और रेल से जाने के लिए वेल्लोर छावनी से जाया जा सकता है.



मंदिर की सुरक्षा में 24 घंटे पुलिस और सिक्योरिटी कंपनियों का पहरा रहता है.

Saturday, 7 April 2018

ख़याल की छाँव...






ख़याल की छाँव...


तपिश से बच कर घटाओं में बैठ जाते हैं,

गए हुए की सदाओं में बैठ जाते हैं,

हम अपनी उदासी से जब भी घबराये,

तेरे ख़याल की छाँव में बैठ जाते हैं।








ऐ नए साल बता...


ऐ नए साल बता कि तुझमें नया क्या है,

हर तरफ खल्क ने क्यूँ शोर मचा रखा है।




तू नया है तो दिखा, सुबह नई शाम नई,

वर्ना इन आँखों ने देखे हैं ऐसे साल कई।








मौजूद थी उदासी...


मौजूद थी उदासी अभी पिछली रात की,

बहला था दिल जरा कि फिर रात हो गयी।










बताओ है कि नहीं...


बताओ है कि नहीं मेरे ख्वाब झूठे,

कि जब भी देखा तुझे अपने साथ देखा।








मत फेंक पानी में...


मत फेंक पानी में पत्थर,

उसे भी कोई पीता होगा,

मत रह यूँ उदास जिन्दगी में,

तुम्हें देखकर कोई जीता होगा।

Friday, 6 April 2018

मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला ……

मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला ……

मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला ……
हम खोजते रहे मगर ठिकाना न मिला …………..
लो आज फिर चली गई जिंदगी नजरो के सामने से ……
और उसे कोई रुकने का बहाना न मिला


कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको,

कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको,
चलो ऐसा करो भूला दो मुझको,
तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये
दिल की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको.












कि आज इन फिजाओ मे कुछ अजीब सा नशा है ....
लोग ना जाने क्यों इश्क करने वालो को बुरा कहते है ...
अरे उन कमबख्तो को क्या पता .....
कि इश्क करने में क्या मजा है .
















सितारों के आगे भी कोई जहाँ होगा,




सितारों के आगे भी कोई जहाँ होगा,
जो न देखा कभी वो समां होगा.
उस जहाँ के सारे हसीं नजारो की कसम,
आप सा हसीं दोस्त दूसरा कहाँ होगा !
Sitaron ke aage bhi koi jahan hoga,
jo na dekha kabi wo sama hoga.
Us jahan ke sare hasin nazaro ki kasam,
aap sa hasin dost dusra kahan hoga !







रौशनी हो तो दिया जलता है,Roshni ho to dia jalta hai,




रौशनी हो तो दिया जलता है,
शमा हो तो परवाना जलता है.
रिश्ता न बने तो दिल जलता है,
आप जो मेरे साथ हो तो ज़माना जलता है.
Roshni ho to dia jalta hai,
shama ho to parwana jalta hai.
Rishta na bane to dil jalta hai,
aap jo mere saath ho to zamana jalta hai.





















जुदाई आपकी रुलाती रहेगी;




जुदाई आपकी रुलाती रहेगी;
याद आपकी आती रहेगी;
पल-पल जान जाती रहेगी;
जब तक जिस्म में है जान;
मेरी हर सांस यारी निभाती रहेगी।
गुड मॉर्निंग!














सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है;




सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है;
आँख खुलते ही आपकी याद होती है;
खुशियों के फूल हों आपके आँचल में;
ये मेरे होंठों पे पहली फरियाद होती है।

सुप्रभात!














आसमान में सूरज निकल आया है;




आसमान में सूरज निकल आया है;
फ़िज़ाओं में एक नया रंग छाया है;
ज़रा मुस्कुरा दो, न यूँ खामोश रहो;
आपकी मुस्कान को देखने ही तो, यह हसीन सवेरा आया है।














तुम्हारी पसंद हमारी चाहत बन जाये;




तुम्हारी पसंद हमारी चाहत बन जाये;
तुम्हारी मुस्कुराहट दिल की राहत बन जाये;
खुदा खुशियों से इतना खुश कर दे आपको;
कि आपको खुश देखना हमारी आदत बन जाये।

सुप्रभात!














कोई-कोई शख्स इतना ख़ास होता है;












कोई-कोई शख्स इतना ख़ास होता है;


नजरों से दूर पर यादों में पास होता है;


कभी-कभी ही आता है मैसेज उनका;


पर हर मैसेज से अपनेपन का एहसास होता है।


गुड मॉर्निंग!














जिंदगी गुजरे हँसते-हँसते;




जिंदगी गुजरे हँसते-हँसते;
प्यार और ख़ुशी मिले रस्ते-रस्ते;
हो मुबारक आपको नया सवेरा;
कबूल करें हमारा सलाम-नमस्ते।
गुड मॉर्निंग!














सुबह की हलकी रौशनी, परिंदो के सुरीले गीत,






सुबह की हलकी रौशनी, परिंदो के सुरीले गीत,
हवा के मधेयम झोंके, रंग बिरंगे फूलों की दीद।

सुप्रभात!














ख़ुदा करे हर रात चाँद बन के आए;




ख़ुदा करे हर रात चाँद बन के आए;
दिन का उजाला शान बन के आए;
कभी दूर न हो आपके चेहरे से हँसी;
नया दिन ऐसा मेहमान बन के आए।

सुप्रभात!














फूलों के खिलने का वक्त हो गया;




फूलों के खिलने का वक्त हो गया;
सूरज के निकलने का वक्त हो गया;
मीठी सी नींद से जागो सपनों से;
हकीकत में आने का वक्त हो गया।
गुड मॉर्निंग!














कलियों के खिलने के साथ;






कलियों के खिलने के साथ;
एक प्यारे एहसास के साथ;
एक नये विश्वास के साथ;
आपका दिन शुरू हो एक मीठी मुस्कान के साथ।
सुप्रभात!














जैसे सूरज के बिना सुबह नहीं होती;




जैसे सूरज के बिना सुबह नहीं होती;
चाँद के बिना रात नहीं होती;
बादल के बिना बरसात नहीं होती;
वैसे ही आपकी याद के बिना दिन की शुरुआत नहीं होती।

सुप्रभात!


















कल न हम होंगे न कोई गिला होगा !




कल न हम होंगे न कोई गिला होगा !
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा !!
जो लम्हे हैं चलो हँस कर बिता ले...!
जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा !!
good evening


















सुबह का हर पल जिंदगी दे आपको;




सुबह का हर पल जिंदगी दे आपको;
दिन का हर लम्हा ख़ुशी दे आपको;
जहाँ से गम की हवा छूकर भी न गुजरे;
खुदा वो जन्नत सी जमीं दे आपको।
गुड मॉर्निंग!














पलक झुकाकर सलाम करते हैं;




पलक झुकाकर सलाम करते हैं;
दिल की दुआ आपके नाम करते हैं;
कुबूल हो अगर तो मुस्कुरा देना;
हम यह प्यार सा दिन आपके नाम करते हैं।
सुप्रभात!


















सुबह का हर पल जिंदगी दे आपको;




सुबह का हर पल जिंदगी दे आपको;
दिन का हर लम्हा ख़ुशी दे आपको;
जहाँ से गम की हवा छूकर भी न गुजरे;
खुदा वो जन्नत सी जमीं दे आपको।
गुड मॉर्निंग!














हँसना और हँसाना कोशिश है मेरी;




हँसना और हँसाना कोशिश है मेरी;
हर कोई खुश रहे ये चाहत है मेरी;
भले ही मुझे कोई याद करे या ना करे;
हर अपने को याद करना आदत है मेरी;
सुप्रभात!















**सभि दोस्तो और दुस्मनो को सुभ प्रभात****




सुभ प्रभातम

**सभि दोस्तो और दुस्मनो को सुभ प्रभात****
कहां से लायें वो शब्द,
जो आपके दिल को छु जाये,
कैसे मिले हम आपसे एक पल मे,
कि आपको हजार पल कि खुशियां दे जाये..!!


















रात की तन्हाई में तो हर कोई याद कर लेता है ए दोस्त;




रात की तन्हाई में तो हर कोई याद कर लेता है ए दोस्त;
सुबह उठते ही जो याद आये दोस्ती उसे कहते हैं।

सुप्रभात!


















नींद आती है सपने लेकर;




नींद आती है सपने लेकर;
हमारी दुआ है कि;
आज की सुबह आये आपके लिए;
बहुत सारी खुशियाँ लेकर।
सुप्रभात!














हर सुबह की धूप कुछ याद दिलाती है;




हर सुबह की धूप कुछ याद दिलाती है;
हर फूल की खुशबू एक जादू जगाती है;
तुम मानो न मानो पैर यह सच है मेरे यार;
सुबह होते ही तुम्हारी याद आ जाती है।

सुप्रभात!








यूँ कभी तबाही का जश्न मना लेते हैं,,,




यूँ कभी तबाही का जश्न मना लेते हैं,,,
अपनी पलकों पे सितारों को सजा लेते हैं,,,
तुम तो अपने थे ज़रा हाथ बढाया होता,,,
गैर भी डूबने वाले को बचा लेते हैं...



दिल मैं तम्मनाओं को दबाना सीख लिया,,,








दिल मैं तम्मनाओं को दबाना सीख लिया,,,


गम को आँखों मैं छुपाना सीख लिया,,,


मेरे चहरे से कोई बात ज़ाहिर न हो,,,


इसीलिए दबा के होठों को मुस्कुराना सीख लिया...


















यूँ कभी तबाही का जश्न मना लेते हैं,,,








यूँ कभी तबाही का जश्न मना लेते हैं,,,


अपनी पलकों पे सितारों को सजा लेते हैं,,,


तुम तो अपने थे ज़रा हाथ बढाया होता,,,


गैर भी डूबने वाले को बचा लेते हैं...


















बदला जो वक़्त आपकी मोहब्बत बदल गई,,,










बदला जो वक़्त आपकी मोहब्बत बदल गई,,,


सूरज ढला तो साए की सूरत बदल गई,,,


एक उम्र तक हम आपकी जरूरत बने रहे,,,


फिर यूँ हुआ की आपकी जरूरत बदल गई,,,






















बदला जो वक़्त आपकी मोहब्बत बदल गई,,,












बदला जो वक़्त आपकी मोहब्बत बदल गई,,,


सूरज ढला तो साए की सूरत बदल गई,,,


एक उम्र तक हम आपकी जरूरत बने रहे,,,


फिर यूँ हुआ की आपकी जरूरत बदल गई,,,


















कौन चाहता है मुझ पर मुस्कान खिले ,





कौन चाहता है मुझ पर मुस्कान खिले , 


किसको धुन है नींद चैन की सोऊँ मैं ? 


है कद्र किसे जज़्बात , मेरे अहसासों की , 


कौन मुझे गलबाँही दे जब रोऊँ मैं ?














बदला जो वक़्त आपकी मोहब्बत बदल गई,,,












बदला जो वक़्त आपकी मोहब्बत बदल गई,,,


सूरज ढला तो साए की सूरत बदल गई,,,


एक उम्र तक हम आपकी जरूरत बने रहे,,,


फिर यूँ हुआ की आपकी जरूरत बदल गई,,,


















अगर चाहने से जहां मे खुशियां मिलती












अगर चाहने से जहां मे खुशियां मिलती


खुदा से मांगने से अगर दुनियां मिलती 


क्यूं भटकता इस तरह दीवानो की तरह


तेरे मकान से मेरी सब गलियां मिलती














चाहत का नकाब ओढ़ कर आये कातिल हमारे,,,









चाहत का नकाब ओढ़ कर आये कातिल हमारे,,,

मझधार मैं ही डूब गए साहिल हमारे,,,

न रुलाने की कसम देनेवाले ही छोड़ गए,,,

आंसुओं के समंदर आँखों मैं हमारे,,,




















दिल ने जो चाहा वो कभी भी न पाया,,,,








दिल ने जो चाहा वो कभी भी न पाया,,,,


झूठी मुस्कान मैं हमने हर गम को छिपाया,,,,


हर इंसान तकदीर को आजमाता है,,,


एक हम हैं जिसे हर बार तकदीर ने आजमाया,,,






















सामने हो मंजिल तो रास्ते मत मोडना


जो भी मन में हो वो सपना मत तोडना


कदम कदम पे मिलेंगी मुशकिल आपको


बस सितारे चुनने के लिए कभी जमीं मत छोडना














मिल भी जाते हैं तो कतरा के निकल जाते हैं,,,








मिल भी जाते हैं तो कतरा के निकल जाते हैं,,,


हाय मौसम की तरह लोग बदल जाते हैं,,,


वो कभी अपनी जफा पर नहीं हुए शर्मिंदा,,,


हम समझते रहे पत्थर भी पिघल जाते हैं,,,


उम्र भर जिनकी वफाओं पे भरोसा करिये ,,,,


वक्त पड़ने पर वही लोग बदल जाते हैं,,,














मिलना बिछडना किस्मत की बात है





मिलना बिछडना किस्मत की बात है
अब कौन जाने किसके क्या हालात है
वक्त का मौसम सब के लिये एक नहीं
वहां धूप ओर यहां काली घनी रात है














क्यूं उसके सिवा कोई चेहरा नहीं भाता








क्यूं उसके सिवा कोई चेहरा नहीं भाता


वर्ना दिल लगाने को पूरी कायनात है


जाने कहां तन्हा बैठा होगा वो दीवाना


किसी हसीं के घर आई आज बारात है


वफ़ा का मतलब किससे पूछे विजय 


हर इंसान के अपने अपने खयालात हैं














मंज़िल भी नही,ठिकाना भी नही,







मंज़िल भी नही,ठिकाना भी नही,

वापिस मुझे घर जाना भी नही,

मैने ही सिखाया था उन्हे तीर चलाना,

अब मेरे सिवा उनका कोई निशाना भी नहीं





















Tanha Rehna Seekh Liya Hamne 


Par Khush Kabhi Na Hum Rah Paayeinge 


Teri Doori Sahna Sikh Liya Hamne Par 


Teri Dosti Ke Bina Jee Nahi Payeinge


Koi khushiyon ki chah me roya!!




















Chal rahen hain jamane me rishwaton ke silsile,




Chal rahen hain jamane me rishwaton ke silsile,
Tum bhi kuch le de ke mujh se muhabbat kar lo..














Tum Ne Jo Dil Ke Andhere Mein Jalaya Tha Kabhi




Tum Ne Jo Dil Ke Andhere Mein Jalaya Tha Kabhi
Wo Diya Aaj Bhi Seene Mein Jala Rakha Hai
Dekh Aa Kar Dehalte Huey Jakhmo Ki Bahar
Meine Ab Tak Tere Gulshan Ko Saja Rakha Hai

Mujhe dil ki khata par




सोच तनिक क्यूँ मन कुन्ठित है अब तक?




सोच तनिक क्यूँ मन कुन्ठित है अब तक?
क्यूँ तेरे हृदय की मन्द गति है अब तक?
प्रेम स्रोत थे यहां निकलने, इस धरती पे,
फिर क्यूँ आँखों पर धूल ढकी है अब तक?

Har Khushi Gum Ka Elaan Hai








Har Khushi Gum Ka Elaan Hai


Har Mulakaat Judaai Ka Elaan Hai


Naa Rakhna Kisi Se Ummed


Har Ummed Dil Tootne Ka Farmaan Hain


Teri har ada pe ye iljaam hai,




Teri har ada pe ye iljaam hai,
Labo - julf- aakhon pe iljaam hai.
Qun lai thi tum surat main apne,
Meri barbadiyon ke jo saman hai..


Raat aati hai teri yaad chali jati hai.





Teri diwangi chalk na jaye aankhon se,




Teri diwangi chalk na jaye aankhon se,
Hum har ansu ko dil main dawa lete hain.
Tum mere dard ko mita dugi ek din,
Isi ummeed mein jakham samhale hain hamane..


हम तेरी मुहब्बत के उस मुकाम पे है जानम
जहाँ महताब लेकर फिर सितारे नही माँगा करते

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राज की बात तो बस यही है ओ जान
वफ़ा तो वफ़ा तेरी बेवफाई से भी मुहब्बत है
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इक तेरे सिवा कुछ भी पता नही
मुद्दतों से हम तुझमे लापता है

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हम खुशनसीब है जो, तेरा प्यार मिल रहा है
जीने को खूबसूरत, संसार मिल रहा है
कुछ इस तरह से दिल को तुम वश में किये रहते
उल्फत को मेरी हरपल, ऐतबार मिल रहा...
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Intzaar Shayari in Hindi
Kahin Wo Aa Ke Mita De Na

Intezaar Ka Lutf,

Kahin Qabool Na Ho Jaye Iltiza Meri !



Kabhi Khushi Se Khushi Ki Taraf Nahi Dekha,

Tumhare Baad Kisi Ki Taraf Nahi Dekha,

Ye Soch Kar Ke Tera Intezar Lazim Hai,

Tamaam Umr Ghadi Ki Taraf Nahi Dekha !




Ghazab Kiya Tere Wade Par Aitbaar Kiya,

Tamaam Raat Kiya Qayamat Ka Intezar Kiya!




Koyi Milta Nahi Humse Humara Bankar,

Wo Mile Bhi To Ek Kinara Bankar,

Har Khwab Toot Ke Bikhra Kaanch Ki Tarah,

Bas Ek Intezaar Hai Saath Sahara Bankar!



Aaj Tak Hai Uske Laut Aane Ki Umeed,

Aaj Tak Thahri Hai Zindgi Apni Jagah,

Laakh Ye Chaha Ki Use Bhool Jayen Par,

Hausle Apni Jagah Bebasi Apni Jagah !