Monday, 25 March 2019

खुद को औरों की तवज्जो का तमाशा न करो,




खुद को औरों की तवज्जो का तमाशा न करो, 

आइना देख लो अहबाब से पूछा न करो, 

शेर अच्छे भी कहो, सच भी कहो, कम भी कहो, 

दर्द की दौलत-ए-नायाब को रुसवा न करो


वो हम पर हर इल्ज़ाम लगाते हैं,
वो हर ख़ता हमे बताते है,
हम तो बस चुप रहतें है क्योंकि,
वो हम पे अपना हक जताते हैं।
उम्र भर के गमो का पैगाम दे गया,
हमे तो वो वेबफा का इल्ज़ाम दे गया,
चाहा था जिसे कभी टूटकर हमने,
वही हमे तन्हाईयों के सैलाब दे गया।
आज फिर तन्हाईयो ने तुझे पुकारा है,
ये तो मेरा दिल बेचारा है,
तू इस दिल से दूर हो गया है,
आज फिर इस दिल को यक़ीन नही आया है।
आज फिर गुमनाम चेहरों में तू नज़र आया है, आज “फिर” तेरी यादों ने मुझे रुलाया है, तेरी मोहब्बत ने मुझे चकना चूर किया है, क्यों आज फिर तूने वेबफा का इल्ज़ाम लगाया है।

तेरी मोहब्बत में इस जहां को भूल गए,
हम औरों को अपनाना भूल गए,
सारे जहां को बताया तुझ से मोहब्बत है,
सिर्फ तुझे ही बताना भूल गए।
जब कोई दिल तोड़ कर चला जाता है,
तब दरिया का पानी आँखों मे उतर जाता है,
कोई बना लेता है रेत पर आशियाना,
कोई लहरों में बिखर जाता हैं।
जो प्यार करतें है वो बड़े अजीब होतें हैं,
उन्हें खुशी के बदले गम नसीब होते है,
न करना तू प्यार कभी किसी से,
क्योंकि प्यार करने वाले बड़े बदनसीब होतें है।


हमारी खुशियों में वो शामिल होतें हैं ,
जिसे हम चाहतें हैं,
लेकिन हमारे दुःखों में वो शामिल होतें है,
जो हमे चाहते है।




ठुकरा गए वो मेरा बुरा वक्त देख कर,
ऐसा दिन बनाऊंगा मिलना पड़ेगा मुझसे वक्त लेकर।


 तुमसे जुदा होके ऐसा लगता है ज़िन्दगी ये मेरी सज़ा है,
बस मुझे ऐसा लगता है मेरी सासें ही मुझ से अब खफा हैं।

मेरी यादो में तुम हो shayari images 2018






मेरी यादो में तुम हो, या मुझ मे ही तुम हो,
मेरे ख्यालो में तुम हो, या मेरा ख्याल ही तुम हो,
दिल मेरा धड़क के पुछे बार बार एक ही बात,
मेरी जान में तुम हो या मेरा जान ही तुम हो...!!!




नज़रे करम मुझ पर इतना न कर....@@
कि तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊं
मुझे इतना न पिला इश्क-ए-जाम की,
मैं इश्क़ के जहर का आदी हो जाऊं...@@@





पल पल से बनता है एहसास,
एहसास से बनता है विश्वास,
विश्वास से बनते हैं कुछ रिश्ते,
और उन रिश्तों से बनता है कोई खास....!!!





दिल का दर्द युँ लफ़्ज़ों में बयाँ करते ही नहीं,
तेरी तसवीर आँखों से न बह जाये इसलिये रोते ही नहीं,
तेरे इश्क़ का जुनुँ छाया है इस क़दर,
ज़िंदा हैं ईसी ग़ुमान में वर्ना हम होते ही नहीं...!!!





दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो,
ख्वाब बनकर नींद चुराया न करो,
बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,
तुम ख़्वाबों में आ कर यु तड़पाया न करो....!!!









चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो,
सांसों में मेरी खुशबु बन के बिखर जाते हो,
कुछ यूँ चला है तेरे ‘इश्क’ का जादू,
सोते-जागते तुम ही तुम नज़र आते हो....!!!







हकीकत कहो तो उन्हें ख्वाब लगता है,
शिकवा करो तो उन्हें मज़ाक लगता है,
कितनी शिद्दत से हम उन्हें याद करते हैं,
और एक वो हैं जिन्हें ये सब मजाक लगता है।

जब खामोश निगाहों से बात होती है,
तो ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
हमतो बस खोये ही रहतें हैं उनके ख्यालों में,
पता ही नही चलता कब दिन कब रात होती है।
हर कदम हर पल हम आपके साथ है,
भले ही आपसे दूर सही, लेकिन आपके पास हैं,
जिंदगी में हम कभी आपके हो या न हों,
लेकिन हमे आपकी कमी का हर पल एहसास हैं।
दिल का हाल बताना नही आता,
हमे ऐसे किसी को तड़पाना नही आता,
सुनना तो चाहतें हैं हम उनकी आवाज़ को,
पर हमे कोई बात करने का बहाना नही आता।
किसी न किसी को किसी पर एतवार हो जाता है,
एक अजनबी सा चेहरा ही यार हो जाता है,
खूबियों से ही नही होती मोहब्बत सदा,
किसी की कमियों से भी कभी प्यार हो जाता है।
आग लगी दिल में जब वो खफ़ा हुए,
एहसास हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा वो हमे कुछ दे न सके,
लेकिन दे गये बहुत कुछ जब वो वेबफा हुए।
बहुत सुकून मिलता है जब उनसे हमारी बात होती है,
वो हजारो रातों में वो एक रात होती है,
जब निगाहें उठा कर देखते हैं वो मेरी तरफ,
तब वो ही पल मेरे लीये पूरी कायनात होती है।
जिंदगी में कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
जिंदगी में कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
जो है पास आपके उसको सम्भाल कर रखना,
क्योंकि एक बार खोकर प्यार दोबारा नही मिलता।
मोहब्बत के बाद मोहब्बत करना तो मुमकिन है,
लेकिन किसी को टूट कर चाहना, 
वो ज़िन्दगी में एक बार ही होता है.
तुम बहुत दिल नशीन थी, 
पर जबसे किसी और की हो गयी हो, 
तबसे ज़हर लगती हो.
किस्मत और दिल की आपस में कभी नहीं बनती, 
क्यूंकि जो दिल में होता है वो कभी किस्मत में नहीं होता है.
तुमने कहा था आँख भर कर देख लिया करो मुझे, 
पर अब आँख भर आती है 
और तुम नज़र नहीं आते हो.
हकीकत जान लो जुदा होने से पहले,
मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले, 
ये सोच लेना भुलाने से पहले, 
बहुत रोई हैं आँखें मुस्कुराने से पहले.
एक उम्र भर की जुदाई मेरे नसीब में करके,
वो तो चला गया बातें अजीब करके,
तर्ज ए वफा को उसकी क्या नाम दूं,
खुद तो दूर चला गया मुझे करीब करके।
कभी बहुत थे हमारे भी चाहने वाले, 
और एक दिन इश्क हुआ 
और हम लावारिश हो गए.
न जाने क्या कमी है मुझमे,
और न जाने क्या खूबी है उसमे,
वो मुझे याद नहीं करती,
और मैं उसे भुला नहीं पाता.
सनम बेवफा है,
ये वक्त बेवफा है,
हम शिकवा करें भी तो किस्से,
कमबख्त ज़िन्दगी भी तो वेबफा है।
 कुछ तन्हाईयां वेबजह नही होतीं,
कुछ दर्द आवाज़ छीन लिया करतें है।
 ऐ बेवफा सांस लेने से तेरी याद आती है,
ऐ बेवफा सांस न लूँ तो भी मेरी जान जाती है,
मैं कैसे कह दूं कि बस मैं सांस से जिंदा हूँ,
ये सांस भी तो तेरी याद आने के बाद आती है।
मोहब्बत ऐसी थी कि उनको बता न सके,
चोट दिल पे थी इसलिए दिखा न सके,
हम चाहते तो नही थे उनसे दूर होना,
मगर दूरी इतनी थी उसे हम मिटा न सके।
 हमने रस्म रिवाज़ों से बग़ावत की है,
हमने वेपन्हा उनसे मोहब्बत की है,
दुआओं में जिसे था कभी मांगा,
आज उसी ने जुदा होने की चाहत की है।
 ऐ बेवफा थाम ले मुझको मजबूर हूँ कितना,
मुझको सजा न दे मैं बेकसूर हूँ कितना,
तेरी बेवफ़ाई ने कर दिया है मुझे पागल,
और लोग कहतें हैं मैं मगरूर हूँ कितना।
 ये ज़िंदगी हमे भी बहुत प्यारी है,
लेकिन फिर क्यों ऐसा लगता है,
के तेरे विन ये हमारी नही है।
 इस दुनिया मे जरूरी नहीं जिसे तुम चाहो वो तुम्हारा हो,
जीने के लिए तुम्हें उसी का सहारा हो,
कश्तियाँ टूट जाया करती हैं,
ज़रूरी तो नही होता कि हर कश्ती को किनारे हो।
 ज़िन्दगी की भीड़ में अकेले रहे गए,
उसकी जुदाई में आँसुओ के दरिया बह गए,
अब हमें कौन चुप कराने वाला है,
जो चुपाते थे वही रोने को कहे गए।
 जब कभी मोहब्बत ही नही की तो रोकते क्यों हो,
खामोशियों में मेरे लिए सोचते क्यों हो,
जब रास्ते हो गए अलग अब जाने दो मुझे,
कब लौटकर आओगे पूछते क्यों हो।
 इस दुनिया मे जरूरी नहीं जिसे तुम चाहो वो तुम्हारा हो,
जीने के लिए तुम्हें उसी का सहारा हो,
कश्तियाँ टूट जाया करती हैं,
ज़रूरी तो नही होता कि हर कश्ती को किनारे हो।
 मुझे उससे कोई शिकवा है न गिला है,
मेरे दर्द की बस न ही कोई दवा है,
बहुत आँसू बह है उसके लिए,
जिसे कुदरत ने मेरे लिये बनाया ही नही है।

 इस जमीन से तो हम रिश्ता तोड़ जाएंगे,
बस यादों का एक शहर छोड़ जाएंगे,
वेबफा तू मुझे सताएगा कितना,
एक दिन तुझसे हमेशा के लिए मुह मोड़ जाएंगे।



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