Tuesday 1 August 2017

मौजूद थी उदासी अभी पिछली रात की, बहला था दिल जरा कि फिर रात हो गयी।

मौजूद थी उदासी अभी पिछली रात की,  बहला था दिल जरा कि फिर रात हो गयी।


कदम दो चार चलता हूँ,
मुकद्दर रूठ जाता है,
हर इक उम्मीद से
रिश्ता हमारा टूट जाता है,
जमाने को सम्भालूँ गर
तो तुमसे दूर होता हूँ,
तेरा दामन सम्भालूँ तो,
जमाना छूट जाता है ।
कदम दो चार चलता हूँ शायरी

तुझे प्यार मेरा सतायेगा अक्सर,
यादो के तूफ़ान उठायेगा अक्सर,
जिक्र मेरा करने से पहले,
तू कुछ सोच के मुस्कराएगी अक्सर,
मेरा नाम लिख कर किताबो मे अपनी,
तू लोगो के डर से मिटायेगी अक्सर,
बात मेरी याद आयेगी इतनी,
जितना तु उन्हे भुलायेगी अक्सर..!!
तुझे प्यार मेरा सतायेगा शायरी



आज ये पल है, कल बस यादें होंगी, 
जब ये पल ना होंगे, तब सिर्फ बातें होंगी, 
जब पलटोगे जिंदगी के पन्नों को, 
तो कुछ पन्नों पर आँखें नम 
और कुछ पर मुस्कुराहटें होंगी।


कल बस यादें होंगी शायरी


तकदीर लिखने वाले एक एहसान लिख दे, 
मेरी मोहब्बत की तकदीर में मुस्कान लिख दे, 

ना मिले जिंदगी में कभी भी दर्द उसको, 
चाहे उसकी किस्मत में मेरी जान लिख दे 
तकदीर लिखने वाले एक शायरी

इतनी बेचैनी से तुमको किसकी तलाश है, 
वो कौन है जो तेरी आंखों की प्यास है, 

जबसे मिला हूं तुमसे यही सोचता हूं मैं, 
क्यों मेरे दिल को हो रहा तेरा एहसास है, 

जिंदगी के इस मोड़ पे तुम आके यूं मिले, 
जैसे कि कोई मंजिल मेरे इतने पास है, 

एक नजर की आस में तकता हूं मैं तुझे, 
अब देख तेरे खातिर एक आशिक उदास है ।
इतनी बेचैनी से तुमको शायरी
इस प्यार का अंदाज़ कुछ ऐसा है, 
क्या बताये ये राज़ कैसा है; 
कौन कहता है कि आप चाँद जैसे हो, 
सच तो ये है कि खुद चाँद आप जैसा है।
इस प्यार का अंदाज़ कुछ शायरी

चंद साँसे बची हैं आखिरी बार दीदार दे दो, 
झूठा ही सही एक बार मगर तुम प्यार दे दो, 
जिंदगी वीरान थी और मौत भी गुमनाम ना हो, 
मुझे गले लगा लो फिर मौत मुझे हजार दे दो।चंद साँसे बची हैं शायरी

हर रात रो-रो के उसे भुलाने लगे, 
आंसुओं में उस के प्यार को बहाने लगे, 
ये दिल भी कितना अजीब है कि, 
रोये हम तो वो और भी याद आने लगे ।हर रात रो रो के शायरी
मीठी-मीठी यादों को दिल में सजा लेना, 
साथ गुजारे पल को पलकों में बसा लेना, 
दिल को फिर भी न मिले सुकून तो, 
मुस्कुरा के मुझे अपने सपनों में बुला लेना । 
। शुभ-रात्रि । 
मीठी मीठी यादों को दिल शायरी

दिल की बाते कौन जाने, 
मेरे हालात को कौन जाने, 
बस बारिश का मौसम है, 
पर दिल की ख्वाहिश कौन जाने, 
मेरी प्यास का एहसास कौन जाने ?दिल की बाते कौन जाने शायरी

तेरे सीने से लगकर, तेरी आरजू बन जाऊँ, 
तेरी साँसो से मिलकर, तेरी खुशबू बन जाऊँ, 
फासले ना रहें कोई हम दोनों के दरमियाँ, 
मैं, मैं ना रहूँ, बस तू ही तू बन जाऊँ।

तेरे सीने से लगकर शायरी

जो तेरे गुलाबी लब मेरे लबों को छू जायें, 
मेरी रूह का मिलन तेरी रूह से हो जाये, 
ज़माने की साज़िशों से बेपरवाह हो जायें, 
मेरे ख्वाब कुछ देर तेरी बाहों में सो जायें, 
मिटा कर फ़ासले हम प्यार में खो जायें, 
आ कुछ पल के लिये एक-दूजे के हो जायें।प्यार में खो जायें शायरी
किसी की खातिर मोहब्बत की इन्तेहाँ कर दो, 
लेकिन इतना भी नहीं कि उसको खुदा कर दो, 
मत चाहो किसी को टूट कर इस कदर इतना, 
कि अपनी वफाओं से उसको बेवफा कर दो।मोहब्बत की इन्तेहाँ शायरी


मुझे इश्क है बस तुमसे नाम बेवफा मत देना, 

गैर जान कर मुझे इल्जाम बेवजह मत देना, 
जो दिया है तुमने वो दर्द हम सह लेंगे मगर, 
किसी और को अपने प्यार की सजा मत देना।

सोचा नहीं अच्छा बुरा, देखा सुना कुछ भी नहीं, 
माँगा ख़ुदा से हर वक़्त तेरे सिवा कुछ भी नहीं, 
जिस पर हमारी आँख ने, मोती बिछाये रात भर, 
भेजा वही कागज़ उसे, हमने लिखा कुछ भी नहीं।

सोचा नहीं अच्छा बुरा, देखा सुना कुछ भी नहीं,
माँगा ख़ुदा से हर वक़्त तेरे सिवा कुछ भी नहीं,
जिस पर हमारी आँख ने, मोती बिछाये रात भर,
भेजा वही कागज़ उसे, हमने लिखा कुछ भी नहीं

शुक्रिया ज़िन्दगी...जीने का हुनर सिखा दिया, 
कैसे बदलते हैं लोग चंद कागज़ के टुकड़ो ने बता दिया, 
अपने परायों की पहचान को आसान बना दिया, 
शुक्रिया ऐ ज़िन्दगी जीने का हुनर सिखा दिया।

शुक्रिया ऐ ज़िन्दगी शायरी



आशियाँ बस गया जिनका, उन्हें आबाद रहने दो, 
पड़े जो दर्द भरे छाले, जिगर में यूँ ही रहने दो, 
कुरेदो ना मेरे दिल को, ये अर्जी है जहां वालों, 
छिपा है राज अब तक जो, राज को राज रहने दो। 

राज को राज रहने दो शायरी


चंद साँसे बची हैं आखिरी बार दीदार दे दो, 
झूठा ही सही एक बार मगर तुम प्यार दे दो, 
जिंदगी वीरान थी और मौत भी गुमनाम ना हो, 
मुझे गले लगा लो फिर मौत मुझे हजार दे दो।चंद साँसे बची हैं शायरी


जिंदगी के किसी मोड़ पर 
अगर तुम लौट भी आये तो क्या है, 
वो लम्हात, वो जज्बात, 
वो अंदाज तो ना अब लौटेंगे कभी । 

और... 
शायद मेरी तुम्हारे लिए तड़प भी ।जिंदगी के किसी मोड़ शायरी


तपिश से बच कर घटाओं में बैठ जाते हैं, 
गए हुए की सदाओं में बैठ जाते हैं, 
हम अपनी उदासी से जब भी घबराये, 
तेरे ख़याल की छाँव में बैठ जाते हैं।ख़याल की छाँव शायरी


मौजूद थी उदासी अभी पिछली रात की, 
बहला था दिल जरा कि फिर रात हो गयी।
मौजूद थी उदासी शायरी


मत फेंक पानी में पत्थर, 
उसे भी कोई पीता होगा, 
मत रह यूँ उदास जिन्दगी में, 
तुम्हें देखकर कोई जीता होगा।


तड़प रहीं हैं मेरी साँसें 
तुझे महसूस करने को, 
खुशबू की तरह बिखर जाओ 
तो कुछ बात बने।तड़प रहीं हैं साँसें शायरी


खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है, 
जाने कब कौन जिंदगी का हिस्सा बन जाता है, 
कुछ लोग ऐसे भी मिलते हैं जिंदगी में, 
जिनसे कभी न टूटने वाला रिश्ता बन जाता है।



खुशी आपके लिए गम हमारे लिए, 
जिंदगी आपके लिए मौत हमारे लिए, 
हँसी आपके लिए रोना हमारे लिए, 
सबकुछ आपके लिए आप हमारे लिए।


दोस्तों से दूर होना मजबूरी होती है, 
हकीकत की दुनिया भी जरुरी होती है, 
ऐ दोस्त अगर तू साथ न हो तो, 
मेरी तो हर ख़ुशी अधूरी होती है।


जिंदगी ज़ख्मों से भरी है, 
वक़्त को मरहम बनाना सीख लो, 
हारना तो है एक दिन मौत से, 
फिलहाल... 
दोस्तों के साथ जिंदगी जीना सीख लो।

करनी है खुदा से गुजारिश कि, 
तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले, 
हर जन्म में मिले दोस्त तेरे जैसा, 
या फिर कभी जिंदगी न मिले।



लोग डूबते हैं तो समंदर को दोष देते हैं, 
मंजिल न मिले तो मुकद्दर को दोष देते हैं, 
खुद तो संभल कर चल नहीं सकते, 
जब ठेस लगती है तो पत्थर को दोष देते हैं।


शुक्रिया ज़िन्दगी...जीने का हुनर सिखा दिया, 
कैसे बदलते हैं लोग चंद कागज़ के टुकड़ो ने बता दिया, 
अपने परायों की पहचान को आसान बना दिया, 
शुक्रिया ऐ ज़िन्दगी जीने का हुनर सिखा दिया।शुक्रिया ऐ ज़िन्दगी शायरी

बारिश में रख दूँ जिंदगी को 
ताकि धुल जाए पन्नो की स्याही, 
ज़िन्दगी फिर से लिखने का 
मन करता है कभी-कभी।

जिंदगी के पन्नों को शायरी


जिंदगी में ये हुनर भी आजमाना चाहिए, 
अपनों से हो जंग तो हार जाना चाहिए।ये हुनर भी शायरी

राह में संग चलूँ ये न गँवारा उसको, 
दूर रहकर वो करता है इशारे बहुत, 
नाम तेरा कभी आने न दिया होंठों पर, 
यूँ तेरे जिक्र से शेर सँवारे हैं बहुत।
यूँ तेरे जिक्र से शायरी


मेरी जिंदगी की कहानी भी बड़ी मशहूर हुई, 
जब मैं भी किसी के ग़म में चूर हुई, 
मुझे इस दर्द के साथ जीना पड़ा, 
कुछ इस कदर मैं वक़्त के हाथों मजबूर हुई। 

मैंने जिसे भी चाहा अपना बनाना, 
सबसे पहले वही चीज मुझसे दूर हुई, 
एक बार जो गए फिर कहाँ मिले वो लोग, 
जिनके बिना मेरी जिंदगी बेनूर हुई।

प्यास दिल की बुझाने वो कभी आया भी नहीं, 
कैसा बादल है जिसका कोई साया भी नहीं, 
बेरुखी इससे बड़ी और भला क्या होगी, 
एक मुद्दत से हमें उसने सताया भी नहीं।
प्यास दिल की शायरी
खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है, 
जाने कब कौन जिंदगी का हिस्सा बन जाता है, 
कुछ लोग ऐसे भी मिलते हैं जिंदगी में, 
जिनसे कभी न टूटने वाला रिश्ता बन जाता है।


इसमें इश्क़ की किस्मत भी बदल सकती थी, 
जो वक़्त बीत गया मुझको आजमाने में।इश्क़ की किस्मत शायरी


तेरे हर ग़म को अपनी रूह में उतार लूँ, 
ज़िन्दगी अपनी तेरी चाहत में संवार लूँ, 
मुलाकात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी, 
सारी उम्र बस एक मुलाकात में गुजार लूँमुलाकात हो तुझसे शायरी
मेरे आँखों के ख्वाब, दिल के अरमान हो तुम, 
तुम से ही तो मैं हूँ , मेरी पहचान हो तुम, 
मैं ज़मीन हूँ अगर तो मेरे आसमान हो तुम, 
सच मानो मेरे लिए तो सारा जहां हो तुम।

हसीना से मिलें नजरें अट्रैक्शन हो भी सकता है, 
चढ़े फीवर मोहब्बत का तो एक्शन हो भी सकता है, 
हसीनों को मुसीबत तुम समझ कर दूर ही रहना, 
ये अंग्रेजी दवाएं हैं रिएक्शन हो भी सकता है।
कदम दो चार चलता हूँ, 
मुकद्दर रूठ जाता है, 
हर इक उम्मीद से 
रिश्ता हमारा टूट जाता है, 
जमाने को सम्भालूँ गर 
तो तुमसे दूर होता हूँ, 
तेरा दामन सम्भालूँ तो, 
जमाना छूट जाता है ।
कदम दो चार चलता हूँ शायरी

मेरी ज़िन्दगी की ये सबसे बड़ी तमन्ना हैं, 
मेरे पास रहो तुम हमेशा मेरी साँस बनके।मेरी साँस बनके रहो शायरी
खुशबू की तरह आसपास बिखर जायेंगे, 
सुकून बनकर दिल में उतर जायेंगे, 
महसूस करने की कोशिश कीजिये, 
दूर होकर भी आपके पास नजर आएंगे।

सब कुछ मिला सुकून की दौलत नहीं मिली, 
एक तुझको भूल जाने की मौहलत नहीं मिली, 
करने को बहुत काम थे अपने लिए मगर, 
हमको तेरे ख्याल से कभी फुर्सत नहीं मिली।


तेरे ख्याल से फुर्सत शायरी

तपिश से बच कर घटाओं में बैठ जाते हैं, 
गए हुए की सदाओं में बैठ जाते हैं, 
हम अपनी उदासी से जब भी घबराये, 
तेरे ख़याल की छाँव में बैठ जाते हैं।ख़याल की छाँव शायरी


मौजूद थी उदासी अभी पिछली रात की, 
बहला था दिल जरा कि फिर रात हो गयी।मौजूद थी उदासी शायरी


खुद को औरों की तवज्जो का तमाशा न करो, 
आइना देख लो अहबाब से पूछा न करो, 
शेर अच्छे भी कहो, सच भी कहो, कम भी कहो, दर्द की दौलत शायरी






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