Monday, 5 June 2017

🍁 *रिश्ता*

🍁 *रिश्ता*
रिश्ता चाहे *खुन* का हो या *एहसास* का..
रिश्ता अक्सर कुछ *गलत फ़हमी*
के वज़ह से *खराब* होता है…

*रिश्ता* चाहे कैसा भी हो..
उसको *निभाने* के लिये
*त्याग* और *प्यार*
कुछ *समझदारी* की भी
*ज़रुरी* रहती है.!!

फ़िर *रिश्ता* कभी भी *खराब* नहीं हो सकता.!
🌹🍁 *good_morning*🍁🌹

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