नमक हाथ में लेकर सितमगर सोचते क्या हो ,
हजारों ज़ख्म हैं दिल पर , जहाँ चाहो छिड़क डालो ....!!!
फूल बिखराती हर इक मौज-ए-हवा आती है!
आप आते हैं कि गुलशन में सबा आती है!!
आप के रुख़ से बरसता है सहर का जोबन!
आप की ज़ुल्फ़ के साए में घटा आती है !!..
ठहरी हुई सी झील में हलचल मिला देना,
बन जाये जब मौजे तो समन्दर को पता देना।।
भीड़ों में सिर्फ भेड़ चाल पर चलती है दुनिया
करके कुछ अलग तो अपनी पहचान बना लेना।
खाली जाम लिए बैठे हो, उन आँखों की बात करो,
रात बहुत है, प्यास बहुत है, बरसातों की बात करो,
जो पीकर मस्त हुए हैं उन के ज़िक्र से क्या हासिल है,
जिन तक जाम नहीं पहुंचा है, उन प्यासों की बात करो,...
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एक बार तो तुम ऐतबार लिख दो
कितना है मुझसे वो प्यार लिख दो
कटती नहीं है ज़िन्दगी अब तुम बिन
कितना करूँ और इंतज़ार अब लिख दो।
kya kahu milne
ko to hazaro dost
mil jate hai magar
tum sa na koi hai
aur na kabhi hoga ...See more
कुछ हसीन ख़्वाब मुझसे संभाले नहीं गये,
काँटे जो लगे थे पाँव में निकाले नहीं गये।
मग़रूर आँधियों से शिक़ायत तो नहीं की,
बस....घोंसले दरख़्तों पे डाले नहीं गये।...See more
तूफान मचा रखा जिसने,
यह कैसी उम्र जवानी है..!
ये तेरी भोली सूरत है या,फिर कमसिन नादानी है..!!
जिस्म चमकता कुंदन सा,...See more
इश्क़ करने को आँखों की ज़रूरत नहीं होती,
प्यार के एहसास को नजरों की ज़रूरत नहीं होती.
बिन आँखों के भी होती है मोहब्बत,
चाहत के लिए ज़रूरी शकल सूरत नहीं होती..!
हसरते मचल गई जब देखा तुमने एक पल के लिए
सोचो जरा तक क्या होगा जब मिलोगे उम्र भर के लिए
मेरी गमो का सबब पूछते है दुनिया वाले
लब खामूश है कही तू बदनाम ना हो जाए
यु ना देखा करो हस्ते हस्ते
यु ना देखा करो हस्ते हस्ते
मेरे दोस्त जरा हटके है
कह देंगे भाभी जी नमस्ते