Thursday 28 September 2017

फेसबुक पर मेरी


फेसबुक पर मेरी एक्टिविटी

हाँ डरती हूँ इज़हार करने से की मोहब्बत है तुमसे
झेलूंगी वो दर्द कैसे जब तुम इनकार करोगे मुझसे !!

ये दिल तू नादान है जरा सम्भलना
दुनियाँ के डगर से बेखबर है जरा सम्भलना
क्यूकि तू अनजान है इस फ़रेबी दुनियाँ से
जहाँ कुछ अच्छे है वही "बदजुबान" लोगो से सम्भलना ..!!

कदम चूमती है दुनियां सारी, जब आप करते है बातें प्यारी ..!!




मुझे तो दिन नही, रातें अच्छी लगती है
आपको फ़ोटो ,मुझे बातें अच्छी लगती है ..!!






देखती हूँ गन्दे लोग कबतक हर्ट करते है
सुना है कीचड़ में ही कमल खिलते है..!!

मुझे क्या पता कि लोग क्या क्या सोचते है
पर मै जो सोचती हू वो लोग नही सोचते है...!!

जा सकी ना मै दूर और वो आये ना करीब ,
मेहरबान कैसे हो जाता मेरी मुहब्बत पर मेरा नसीब ..!!




लाइक करने वाले दिल के 
राजा होते है 
स्टेटस कैसा भी पूरा मजा वही लेते है ..!

शायरों की एक अपनी दुनिया फेसबुक पर बसती है 
आती है शायरी और जिसे न आती वो भी करती है ..!

क्या थी अब क्या हूँ मैं ,दिल की एक पता हूँ मैं
कभी हूँ मैं दास्ताँ-ए-मोहब्बत ,कभी रंजिशों की वजह हूँ मैं
जो मिलके मै बिछड़ी, न फिर तुमसे मिली जो
ऐसी ही मंजिलों का पता हूँ मैं...!

करना चाहूँ जब बातें तो ब्तमिजियाँ क्यों करते हो 
और दोस्त जब न करू तो मिस किया क्यों कहते हो...!

ओये जूठे कहने वाले मुझे पहले अपने को देख 
तेरी काली परछाई से अच्छी तो मेरी सच्चाई है ..!


अच्छे कर्म है तो किस्मत भी आपकी दासी है 
नियत है साफ़ तो आपका घर ही मथुरा काशी है ..!

आपके कमेन्ट पर मेरा कोई जोर नही 
लिखो मगर बुरा कमेन्ट मेरी ओर नही ...!

दिन हो गये थे थॉट देने के बहुत 
शुक्र है किसी के वजह से दिन वापिस तो आया ...!

मूड है शायराना शायरी कर रही हूँ 
टूटे फूटे लब्जों को डायरी कर रही हूँ ..!

सच है मुसीबत में हम अपनों को याद करते है
काम निकलने के लिए गधे को भी बाप कहते है ..!

चाँद के लिए सितारे अनेक है लेकिन सितारों के लिए चाँद एक है 
आपके लिए तो हजारों होंगे लेकिन हमारे लिए आप ही एक है ..!

हवा के झोंके हैं हम गुजर जायेंगे,
ख़ामोशी से आपके दिल में उतर जायेंगे...!

रेत पर लिख के मेरा नाम मिटाया न करो
आँखे सच बोलती हैं प्यार छुपाया न करो !

लोग मुझसे बे-इंतहा नफ़रत करते है लेकिन नफरतो से बे-इंतहा मै प्यार करती हूँ ..!

हें प्रतिष्ठा ! मेरी औकात ही क्या कि तुझे तू कहूँ 
इसलिए तेरे सम्मान में अपने दोस्तों को जी कहूँ ..!

अच्छा सोचो, अच्छा बोलो अटल करो अपना इरादा, 
बस ध्यान रहे इतना कि कभी टूटे न मर्यादा ...!

ठण्डा पियूंगी मै और ठन्डे आप पड़ेंगे 
जब महंगाई में जेब ढीले आप करेंगे ..!

मेरे सनम दिन लू के आ गये सुन रहा है न तू
गर्मी बहुत है एक ठंडा मंगा दे सुन रहा है न तू ..!

तुम्हारे इंतेज़ार ने मुझे थका डाला
तुम्हें क्या पता क्या सहन कर रही हूँ..!

बच्चे खिलौनों से खेलते है और आदमी जज़बातो से 
बचपन से जवानी तक कितना बदलाव आ जाते है ख्यालातों से ..!

इरादे नेक हो तो सपने साकार होते है 
सच्ची लगन हो तो रस्ते आसन होते है ...!

भला भी है बुरा भी है ये ऑनलाइन की दोस्ती 
कभी दर्द दे देती तो कभी यही दवा बन जाती...!

मालूम नही मुझे कैसे लोग बने मेरे दीवाने 
लोग बनते चले गये मै बनाती चली गयी ...!

मैंने हाथ फैलाकर थोड़ा प्यार ही माँगा 
और आप मेरी झोली खुशियों से भर दी..!

लोगो के चहरे की, सच्चाई दिखाती है आईना 
बदसूरत चेहरा किसी का, सजा पाती है आईना ..!

हे जगदम्बे तेरी जगह यदि कोई लड़की की फोटो लगी होती 
तेरी जयकारा की जगह आई लव यू की लाइन लगी होती..!

माँ तेरी महिमा अपरम्पार है, हम सब तेरी ही सन्तान है 
पूरी कर माँ सबकी इच्छा, मांगे तुझसे ‪राज यही भिच्छा ..!

तुम बिश्वास की वो डोर हो जो टूटते हो फिर जुड़ जाते हो 
शिकायत इतनी सी है कोरी डोर में एक गांठ डाल जाते हो ...!

यकीन का भी अब यकीन हम कैसे करे 
जो मेरा है उसका भी मुझे यकीन नही ..!

मुझे शर्म आती है उन नपुन्सक मर्दों (फेक )पर 
जो बत्तमीजी भी करते है तो औरत के भेष में ..!

बीती हुयी जिंदगी की, कुछ इतनी सी कहानी है
कुछ खुद बर्बाद हुए, कुछ फेसबुक की मेहरबानी है..!

मै आईना हूँ तेरे बदसूरत चेहरे को दिखाती रहूंगी 
पापियों के पाप से अंत तक लडती रहूंगी..!

बोलने वाले केवल बोलते ही नही बल्कि अमल भी करते है 
जैसे अध्यापक क्लास में बोलने से पहले मनन करते है ..! 


दिल तो करता है की रातें लिखते लिखते गुजार दू 
लेकिन कम्बखत नींद कागज पर कलम चलने नही देता..!


ओये ! मेरे सभी चैट के दीवाने 
कृपया मुझसे कर लो किनारे 
कितनी बार बोलू कितनी बार बताऊ 
पसंद नही इनबॉक्स चैट मुझे 
एक बार में क्यों नही समझते 
क्या बार बार मै यही समझाऊ ..!

दोस्तों को याद करने का मैंने, तरीका बदल लिया है 
कटु शब्दों में याद वही रहेंगे, जो मुझे याद करेंगे ..!


किसी सज्जन ने कहा कुछ न रहा आपके डायरी में 
उनके लिए ये चाँद लाइन पेश कर रही हूँ शायरी में 
मन के डायरी में शब्दों का भंडार होता है 
किसी के कॉपी का न ये मोहताज़ होता है.. !
मै न उठाती, मै न चुराती, मै ख़ुद बनाती 
जो मेरी कलमो से लिख जाती,वही मै सुनाती ..!


मुझे शब्द नही मिलते फिर भी आपके लिए लिखती हूँ 
बदले में आपके स्नेह के लिए केवल तड़पती हूँ ..!


मेरी जिन्दगी एक खुली किताब है 
जिसके हर पन्ने पर प्यार बेहिसाब है .!


मै रुकना नही चाहती न ही थकना 
बस चलती रहे मेरी जिन्दगी जब तक मिल न जाये कोई अपना ..!

आँखों में मस्ती नही प्यार होना चाहिये 
दोस्तों में दोस्त नही वफादार होना चाहिये ..!

वेलेंटाइन के बुखार में जकड़ गया है देश
लैला सा पागलपना, मजनू जैसा भेस
मजनू जैसा भेस सब बनाए हुये हैं
प्रेम,प्यार, स्नेह,खुमारी मे लिपटाये हुये हैं.!

जितना आप खुश होते हो, मेरे करीब रहके 
उतना ही बुरा लगा मुझे, आपसे इतने दिन दूर रहके ..!

आप बुद्धिजिवियों की दुनियां में, मेरे जैसे पागलो का क्या काम 
इसलिये सोच रही कुछ सिख लूँ ,लेकर १०-१५ दिन का आराम ..!


मेरी दोस्ती की याद तुम्हे आएगी 
जब मै फेसबुक छोड़ चली जाउंगी..!


लोग कहते की तुम मोहब्बत क्यू नही करती किसी से 
मै मोहब्बत नही करती मोहब्बत करना सिखाती हूँ, कहती हूँ उनसे ..!

मन में उठती अवांछित अपेच्छाओं को थूक दो 
और हस्ते हस्ते अपने गमो को फूक दो...!

टूट के चाहो ना इतना मुझे तुम्हारे चाहतो से डर लगता है 
करीब आयो न इतना साहब थप्पड़ से ज्यादा आपके प्यार से डर लगता है ...!


लोगो के जीवन में बहुत गम है ,उसमे से थोड़ा मेरा गम है 
लोगो के गमो को देखकर लगता ऐसा है ,कि मेरा गम बहुत कम है ..!

देखो तो जिन्दगी महान है पढो तो खुली किताब है 
सोचो तो सारा जहाँ है ढूढो तो खुशियाँ हज़ार है ..!

गुनाह करके सज़ा से डरते हैं जहर पी के दवा से डरते हैं
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं हम तो दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं..!

दोस्त आप कमेन्ट करो और करो इन्हे फॉलो
मेरी दोस्ती का लाज रखलो और अपनी भी बचालो ..!

आप नही होंगे साथ मेरे तो, मै क्या करूंगी यहाँ अकेले 
गुड इवनिंग गुड मोर्निंग, किसको कहूंगी शाम सबेरे.. !

आपको शायद अच्छा लगता हो मेरे बिन 
लेकिन मुझे अच्छा नही लगता तुम्हारे बिन ..!

मंजिल अगर छूना चाहते है तो ख़ुद पर बिश्वास करे 
और प्यार पाना चाहते है तो अपनों पर एतबार करे ..!

सच दिखाने में मै संकोच नही करती अपनों से 
चाहे दुनियां क्यों न खफ़ा हो जाये मुझसे ..!

मेरे दोस्ती का आलम कुछ ऐसा है 
मेरे दोस्त बेकार बैठे है नये दोस्ती के लिए बेकरार बैठे है..!

दिल के खिलाफ कोई कार्य ना करो 
दिल करे तो ऐड, नही तो फॉलो करो !

रिश्ते यही बनाई थी ,यही छोड़ सब जा रही हू 
ना ली थी कभी किसी से कुछ , ना अब लेके जा रही हू ..!

नि:शब्द हो गयी मै कंगाल हो गयी 
जीते हुए भी मै एक लाश हो गयी 
लिखना और बोलना अब पुरानी बात हो गयी 
दिलाई आपने मुक्ति और मै आजाद हो गयी ..! 


हमे दोस्त नही उनके विचार चाहिए 
थोड़ी सम्मान और बहुत सारा प्यार चाहिए 
मानो या न मानो ये है आपकी मर्जी 
हमने तो लगा दी है अपनी अर्जी ..!


मै क्या करूं जब आप मेरे दिल में आते ही नही 
और जब आते हो तो मेरे ख्यालो से जाते ही नही..!


मेरी जिन्दगी में तन्हाइयों का मुश्किल सफर है 
ना कोई साथी ना कोई हमसफर है ..!


हर रोज मिलना, हर रोज बिछड़ना है
यही है नियम , इसे कभी नही छोड़ना है ..!


प्यार मै करती हू तुमसे तो क्यों डरना शर्मना किसी से
इजेहर करती हूँ खुलेआम जमाना चाहे खफा हो मुझसे ...!

पा ली खुशियाँ तूने मेरा दिल दुखाकर 
क्या तुम खुश रह पाओगे मुझे सताकर .
अगर रह सकते हो तो मुझे गमो से भी प्यार है 
क्या इसी पल (लम्हे) का तुम्हे इंतेज़ार है ...!

अपने ही मन से अपनी करू बड़ाई 
इसमे मै ना समझती कोई है बुराई 
दिल से सोचती हू आपकी हो भलाई 
यही है मेरी सच्चाई यही है मेरी सच्चाई...!!

लाइक्स और कमेंटस के लिए जद्दोजहद उठाती है 
मेरी ही सहेलियों से थोड़ी थोड़ी जलने की बू आती है..!!


आओ हल्का होते है दोस्तों, अपनी अपनी खैरियत सुना के !
बातें करेंगे ढ़ेर सारी लेकिन, आपनी अपनी लफ्जे सम्भाल के ..!

भोजपुरी बोल फुहर भी सुपर लागेला 
काहे की अपनी जमीन क खुशबू छोड़ेला..! 

डालके फोटो लडकियाँ पूछती है मिलेंगे कितने लाइक 
मै कहती हू तुम जो बोल दो मील जायेंगे उतने लाइक ..!! 

लाइक्स और कमेंटस के लिए जद्दोजहद उठाती है 
मेरी ही सहेलियों से थोड़ी थोड़ी जलने की बू आती है..!




मेरी लबो में इतनी ताकत है मै शोले को अंगार बना दू
मेरे टच में भूत भी आ जाये मै तो उसे इन्सान बना दू ..!!




मुझे क्या पता कि लोग क्या क्या सोचते है 
पर मै जो सोचती हू वो लोग नही सोचते है...!!




बेगाना हमने नही किया किसी को अपने आप से,
जिसका दिल भर गया वो मुझे अनफ्रेंड करता चला गया..!!


आँखों में नमी थी और बिटामिन की कमी थी 
जिससे रात भर चैट की वह गर्लफ्रेंड की मम्मी थी ..!!




मै अकेली आप हजार 
कैसे करुँ सबसे बात बिचार ..यही सोच न देती जबाब ..!!


कर्जे के मफित होते है ऑनलाइन दोस्तों के कमेन्ट
समय पर अदा नही किये तो रूठ जाते है दोस्त परमानेंट ...!


नही होता यकीन तो किसी एक मित्र के घर बार बार जाना
दिल टूट जायेगा गर नही हुआ उनका घर एक बार भी आना ..!




जय बजरंग बली 
कर दो उन सबकी मुरदे पूरी 
जिनकी रह गयी २०१6में अधूरी ..!





हंसो इतना कि तेरी हंसी पे सारा जमाना रो दे
रोना इतना कि आँसुओं की बाढ़ में वो सब कुछ खो दे.!







समय का खेल बड़ा अजीब होता है 
हर इन्सान का अपना नसीब होता है ..!


इसको एक दुसरे शैर से जोड़ने की कोशिश करती हू देखिये यहाँ ...

किसी के पास खाने के लिये एक वक्त की रोटी नहीं 
और किसी के पास रोटी खाने के लिए वक़्त ही नहीं हे...!!



सोची थी गुफ्तगू करूंगी कुछ समय और साथ आपके लेकिन 
याद आते ही रसोई की अंगुलियाँ बंद कर दिए टाइप करना...!





अब लड़को ने फेसबुक पर लड़कियों का स्थान ले रखा है 
गलत आई डी बनाकर लड़कियों को बदनाम कर रखा है ...!



न जाने क्यों हकीकत से मुंह चुराते है वो
जो मुक़द्दर में नहीं उसी का सपना देखते है वो ...!



छलावा के इस दुनिया में असलियत पसन्द कौन करता है 
लोग यहाँ साफ़ दिल पे नही ,गन्दी अदाओं पे मरते है ..!


लड़के ही लड़की बन लड़के से चोच लड़ते है 
लड़की का काम वो खुद कर मुस्कुराते है 
बेवकूफ़ बनाने के लिए इतने गिर जाते है 
लड़की और लड़के में फर्क करना भूल जाते है ...!


मै अभी आ नही सकती तेरे लाख बुलाने से 
मेरी खामोशियों में मेरी मजबूरियों को जरा समझ..!!

तूने जो ये घर बनाया है लोगो को जोड़कर 
उसमे बिश्वास की बुनियाद कमज़ोर लगती है ..! 



सोचती हूँ तेरे गैर मौजूदगी आगे बढ़ू तो बढ़ू कैसे 
लडखडाये पैर गर तो फिर अपने को स्म्भालुंगी कैसे ..!


कदम पड़े आपके तो मेरे आंगन में खुशियाँ आई 
सोचती हूँ गर आप रूठ के चले गये तो क्या होगा ...!


आपके प्यार का कर्ज मै चुकाऊ कैसे 
समझ नही आया तो शुक्रियाँ कर रही हूँ ...!


अब मै चलती हूँ करने लॉगआउट दोस्तों 
खुदा ने चाहा तो जल्द मुलाकात होगी ..!

मेरा तुझे याद करने का तरीका भी अजब - ग़जब है,
हम याद करते है खुदा को जैसे नाम बदल-बदल के ..!


शुभ अपरान्ह ...!
रोज़ केवल आपको पूछ कर रह जाती लंच किये या नही 
आज पेश है मेरे हाथो से बनी ये लाजबाब लंच कर लो सभी ..!

कई लोग बहुत बुरा मान जाते है मेरी कडुई बातों से 
लेकिन मुझे सच्चे दोस्त मिल जाते है मेरी कडुई बातों से 
मेरी पहचान बनी ही है मेरी कडुई बातो से 
अब लोग परेशान क्यों हो रहे मेरी कडुई बातो से ...!


दोस्तों अभी जा रही हूँ किसी वक्त आउंगी सुहानी शंध्या बेला में मै , 
नजरो से ओझिल न हो जाऊ सभी रस्ते पर अपनी नजर जमाये रखना ...!


ऐड न करो जब तक लोग मैडम मैडम कहते है 
जुड़ते ही फ्रेंडलिस्ट में अपने मुह पे ताला जड़ते है ..!!

सच तो ये है कि मित्रता को अभी हम पहचान नही पाए 
खास जिसे समझ बैठे थे उसे अभी भी जान नही पाए..!


हिन्दी के अलावा किसी भाषा में नही वो रस 
इसलिए तो हमे प्यारी है हमारी हिन्दी दिवस ..!

इतना दर्द हम सह नही सकते, भरी महफ़िल में हम कुछ कह नही सकते 
जिसे हम जानते नही पर्सनली उससे संदेश घर से रिश्ता कभी जोड़ नही सकते...!


छुपके जो उनसे मिलती रही तो दोष क्या हमारा 
कुछ अपनी जरूरत और कुछ होता उनका इशारा ...!

करीब मेरे वो रहकर भी दिल से दूर क्यूँ लगे
मैं मजबूर सा हूँ, वो भी मजबूर लगे...!





आपने ढ़ंग से अभी मेरी तारीफ़ भी नही की थी 
कि मैंने अपना रूप और लिवाज़ बदल लिया ..!


फेसबुक की इस अनजानी दुनियां में 
मैने कम दोस्त रिश्ते मजबूत बनाये है ...!

न जाने लोग इतना घबराते क्यू है मुसीबतों से 
सामना करेंगे नही जब तक रास्ते मिलेंगे कैसे ...!


जब से ये फेसबुक का दौर आया 
हर तपके के उम्र के मन को भाया 
बुड्ढे-बच्चे, अमीर-गरीब को एक मंच पर लाया 
घर के खर्च में अतिरिक्त इन्टरनेट खर्च बढ़ाया..!

मुझे यकीन है बदलाव इसी को कहते है 
चोट दिल पर लगे इन्सान बदल जाये...!


चाहे लोग माने या ना माने
लडकियाँ ही है लड़को से आगे 
पोस्ट दोनों का देख लो गर दिल न माने 
लड़कियों के पीछे पीछे दुनियाँ सारी भागे ...!


बस दो ही राहे होती है जीवन में आगे भी होगी 
अच्छी राह चलो तो अच्छा बुरी राह परेशानी होगी ...!


मर गयी है लोगों की चेतना इस कदर कि
सपने देखने के लिये भी सोच दुसरो से उधार लेते हैं...!


दुःख तो मुझे भी दूरियाँ बढ़ जाने से
अच्छा ही हुआ तू डरता है जमाने से ....!


मित्र देखना छोड़, एक ठोको लाइक
अब "शुभ रात्रि" सब सो जाओ टाइट..!


जरा आइयेगा यहाँ थोड़ी जान-पहचान कर ले 
हाल ए दर्द बता एक शाम दोस्तों के नाम कर ले ..!


थक चुकी हूँ मै हालात से अब नही लड़ना 
जैसा भी जो है अब उसी के साथ है चलना...!

तुम्हे सोच जाने कहा खो जाती हूँ मै 
तनहाइयों में तुम याद आया ना करो .. !

मै-------------- 
रखू जो पानी में अपने पैर तो पानी शराब कर डालूँ 
तुम होंठो से छुओ भी नही कि नसे से सराबोर कर डालूँ... !

दोस्ती की चाहत तो हमे भी है ज़माने से 
पर वो जमाने में विस्वास और इन्सान नही मिलते !

बड़े दिनों बाद खैरियत लेने आई हूँ सरकार 
बताये कैसे है पहले सभी कबूले मेरा नमस्कार
गुड मोर्निंग, सु-प्रभात या कहें सत श्री अकाल 
नाम स्तुति शनिदेव की कर शुभ करे शनिवार ...!

सुना है चाहने वाले तो मुक़द्दर से मिला करते है
__________फिर उसे इस बात की तकलीफ़ क्यों,
उसके जिन्दगी से मेरे चले जाने के बाद...!

थे अकेले हम तो खुले थे हजारो रास्ते ,बंद कर लिए मैंने ख़ुद सनम तेरे वास्ते ...!

मन की बात सिर्फ रेडियो पर अच्छी लगती है फेसबुक पर नही...!

फेसबुक ने दिया जबसे गेमो का सौगात बहुत है 
कैंडी क्रश खेलने वालो की बढ़ी तबसे तादात बहुत है..!

लालसा नही मुझे और कुछ की ...दोस्त सिर्फ तेरे प्यार के शिवाय...!


दिल से दिल के तार जल्दी जुड़ते नही , 
एक बार जुड़ जाये तो अक्सर टूटते नही ...रिया !

आदतन हो गयी थी मेरी समाप्त लिखने की इच्छा ,
शुक्रियाँ उस रिश्ते को जिसकी थी दिनों से प्रतीक्षा ..रिया !

भरी महफ़िल में आज है हज़ारों दीवाने मेरे, 
पर तेरे जैसा कोई नही ये ख्यालात मेरे ..रिया !

इस कदर अब तो दीवाना न बन ए बेवफ़ा , 
तेरी दीवानगी फिर मेरे दिल को लुभाने लगी है ..रिया !

मै ना रोती ना मै बिलखती हूँ , 
मिलेगा प्यार कब तेरा सोच तरसती हूँ ...रिया !


एक विशेष तपका अपनी पहचान छुपा रखा है कि
मिलने-जुड़ने के लिए ग्रुप इनबॉक्स बना रखा है 
पर्दा उठ न सके सच्चाई से ऐसा मौहौल बना रखा है 
शक न हो नर नर को अपनी पहचान मादा बता रखा है ...!







सीसा सा नाज़ुक ‪#‎दिल‬ मेरा, कभी सम्भाल न सकोगे
मांगो न वर्ना, अपनी यादों से मुझे निकाल न सकोगे !rr




बेचैन दिल में बसा मेरा दिलदार अब तड़पता है , 
कहता है इस दिल में बहुत घुटन होती है ..! rr 

इस कदर अब तो दीवाना न बन ए बेवफ़ा , 
तेरी दीवानगी फिर मेरे दिल को लुभाने लगी है ..!rr

मेरी यारी के चर्चे कुछ इस कदर बरसो से , 
कि हर शख्स बस मेरा साथ चाहता है ..!rr


बना लेती हूँ उसे अपना जो दिल से चाहता है मुझे 
खुदा की कसम ये चाहने वाले बड़ी मुश्किल से मिलते है..।

काश मेरी मोहब्बत चाँद ही होता 
रात में ही सही दिखाई तो देता ।rr

मैंने उसकी मोहब्बत में इतनी ठोकरे खाई है 
अब कोई दिल तोड़ जाये भी दर्द नही होता है rr।

दोस्तों की लम्बी लम्बी कतारे है सजी , 
कौन अपना, पराया कहना मुस्किल बड़ी..rr!



चाहतो का गठ्ठर मैंने इस तरह बाधी
कि दुनियां मेरी उसी पे सिमट गयी ।rr

सुनो, एकदम से जुदाई मुश्किल है
मेरी मानों कुछ किश्तें तय कर लो..!



ये मत समझना अब तेरे काबिल नही है हम
पूछो उनसे तड़प, जिन्हें हासिल नही है हम ।rr


फेसबुक के सफ़र में एक साल और जुड़ गये 
अंततः जो मेरे है रह गये और सब बिछड़ गये ..!rr

मैंने सुना है लोग भावनाओ के साथ बहते है इसलिए 
मैंने भी अपनी भावनाओ की एक छोटी सी सरोवर बना डाली ..!

पसंद न पसंद करना आपकी इच्छाओ पर निर्भर है 
लेकिन मुझे तो वही पसंद है जिनकी इच्छाओ में मै हूँ ..!rr

अपने मित्रसूची में मुझे क्यू तलाश रहे है, 
अपने धडकनों से पूछो एक बसेरा वहा भी है !rr




जमाने के डर से हमने दिवार लगा दी 
वरना हम भी प्यार खुलेआम किया करते ..!rr

जिन्दगी के मायने सिखा दी है ये मेरी जरूरते, 
कि निर्जीव लोगो की कोई जरूरत नही है मुझे..

हे जान ...हमे आपकी जान नही सिर्फ साथ चाहिए , 
सच ..सच्चा वाला प्यार और एहसास चाहिए ...!rr

भूल जाती हूँ सब आपके सिवा ये मुझे क्या हुआ 
कहो न सनम कही मुझे प्यार तो नही हुआ ।rr

तुमसे है गुजारिश मुझ पर एक रहम कर दो
मेरी चाहतो की सागर को Likes कोमेंट से भर दो....rr


लोग कहते है मुस्कराहट बिखेरने से ख़ुशी मिलती है, 
पर मैंने बिखेरी तो सिर्फ़ दर्द मिली...!rr


किससे करू किससे नही दिललगी , मेरी उलझने बड़े 
तू ही कुछ ऐसा कर ख़ुदा, सबसे नजदीकियां बढ़े ...!rr

दिल की बाते सभी को अच्छी लगती है , दोस्त इसलिए आपसे कुछ भी कहने से डरती हूँ 

किसी से क्यों करू शिकायत ए दूरियाँ कैसी , ‪
#‎दिल‬ में उनके मेरे लिए प्यार नही रहा अब शायद ..!rr 

कभी दो-चार मिलते है कभी हज़ार मिलते है 
शुक्रियाँ , जिनकी हमे प्यार बार-बार मिलते है ..!rr

Wednesday 27 September 2017

बचपन



बचपन में पढ़ी गई अक्षर ज्ञान पुस्तिका की चन्द पंक्तियाँ यादों के झरोखों से

"कछुवा छोड़ कबूतर रखना, खटिया छोड़ खड़ांउं चढ़ना
गऊ गणेश दोनों को भजना, घर पर देख घड़ी का चलना 
चना खाओ चरखा चलवाओ, छत पर बैठो छड़ी हिलाओ 
जड़ पर बैठ जहाज को देखो, झगड़ा छोडो झरना देखो 
तख्ते पर तलवार धरी है, थरिया थन से दूध भरी है 
दरजी दर्पण देख रहा है, धनी धनुष देख डरता है 
नट हैं नट पर नाच दिखाते 
टमटम टट्टू से चलवाई, ठग से बचो ठठेरे भाई 
डमरू को डलिया पर रखना, ढकना ढकनी घड़े पे ढकना 
पगड़ी बाँध पतंग उड़ाता, फरसा फरुवा खेत बनाता 
बालक बकरी बतख चराता , भगत चला भड़भूजे के घर 
मछली खाता मगर पकड़ कर 
यति यज्ञ हैं बैठ कराते, रथ में रस्सी बाँध खिंचाते 
लड़के लट्टू खूब नचाते , वट -तर खड़े वकील जुड़ाते 
शहद की मक्खी और शरीफा , षट्पद षट कोने पर देखा 
सरौता लिए सवार है जाता, हल हथियार किसाने भाता 
क्षत्रिय के सर छत्र सुहाता , चित्र विचित्र खेल दिखलाता 
ज्ञान चन्द है ज्ञानी बड़ा, धुन का पक्का दिल का कडा

Monday 25 September 2017

मेरे वजूद से लिपटी खुशबू तेरे नाम की है,



मेरे वजूद से लिपटी खुशबू तेरे नाम की है,
मेरे दिल में बसी हर एक धड़कन तेरे नाम की है,
बिन तेरे मेरी ज़िन्दगी बेनाम
सी है...

जादू है उसकी हर एक बात में,
याद बहुत आती है दिन और रात में,
कल जब देखा था मैंने सपना रात में,
तब भी उसका ही हाथ था मेरे हाथ में...

क्या कहें कुछ कहा नहीं जाता,
दर्द मिलता है पर सहा नहीं जाता,
प्यार हो गया है इस कदर आपसे की,
बिना डिस्टर्ब किये मुझसे रहा नहीं जाता..


तेरी हर अदा मोहब्बत सी लगती है,
एक पल की जुदाई मुद्दत सी लगती है,
पहले नहीं सोचा था अब सोचने लगे हैं हम,
जिंदगी के हर लम्हों में तेरी ज़रूरत सी लगती है..

कागज़ पे हमने ज़िन्दगी लिख दी,
अशकों से सींचकर खुशी लिख दी,
लोगों ने कहा वाह क्या गज़ल लिख दी...


दर्द जब हमने उबारा लफज़ो पे,
बहुत चाहेंगे तुम्हें मगर भुला ना सकेंगे,
ख्यालों में किसी और को ला ना सकेंगे,
किसी को देखकर आँसू तो पोंछ लेंगे मगर कभी,
आपके बिना मुस्कुरा ना सकेंगे...

ऐसा कुछ कर की तेरी आँखों में खो जाऊँ,
ऐसा कुछ कर की तेरी बाहों में सो जाऊँ,
की में सब भूल कर तेरी हो जाओ...
कर अपनी मोहब्बत का जादू कुछ ऐसा,

हम हवा नहीं जो फ़िज़ायों में खो जायें,
वक्त नहीं जो कुछ पल में गुज़र जायें,
हम तो आँसू की तरह हैं,
हम मौसम भी नहीं जो बदल जायें,
जो खुशीयों में मिलने आयें और गम में भी साथ निभायें...


मुस्कान तेरे होठों से कहीं जाए न,
आँसू तेरी पलकों पे कहीं आए न,
और जो पूरा न हो वो ख़्वाब कभी आए न...


पूरा हो तेरा हर ख़्वाब,
कुछ सोंचू तो तेरा ख्याल आता है,
कुछ बोलू तो तेरा नाम आता है,
कब तक मैं छुपाऊँ अपने दिल की बात,
उसकी हर अदा पे हमें प्यार आता है..!

नज़रें मिले तो प्यार हो जाता है,
पलकें उठे तो इज़हार हो जाता है,
की कोई अनजान भी हमारी ज़िन्दगी का
ना जाने क्या कसिश है चाहत में,
हक़दार हो जाता है...

हर एक पल हम हंसकर जिया करते हैं,
आपसे दिल की बातें किया करते हैं,
तभी हर वक़्त आपको याद किया करते हैं...
आप बहुत खास हो हमारे लिए,

सीने से लगाने की इजाज़त दे दो,
बिखरी जुल्फें सुलझाने की इजाज़त दे दो,
बहुत दिन हुए तुमको मेरे करीब आए,
गले से लगा लो इन होठों को मुस्कुराने की इजाज़त दे दो...

हर मुलाकात को याद हम करतें हैं,
कभी चाहत कभी जुदाई की आह भरते हैं,
यूँ तो रोज़ तुम से सपनों में बात करते हैं,
पर फिर से अगली मुलाकात का इन्तज़ार करते हैं...

ढलती शाम का खुला एहसास है,
मेरे दिल में तेरी जगह कुछ खास है,
तू नहीं है यह मालूम है मुझे,
पर दिल ये कहता है तू यहीं मेरे पास है...


मेरा दिल धड़कता है सिर्फ तुम्हारे लिए,
मेरा दिल तड़फता है सिर्फ तुम्हारे लिए,
अपने प्यार का इज़हार करने के लिए...


ना जाने मैं क्यो डरता हूँ आपसे,
हर खामोशी को इकरार नहीं कहते,
हर नाकामी को हार नहीं कहते,
क्या हुआ अगर हम आपके नहीं हो सकते,
सिर्फ पा लेने को प्यार नहीं कहते...

आज दिल पूंछ बैठा अपनी ही तस्वीर से,
तूने क्या पाया है अपनी तकदीर से,
और कहा ऐसा प्यार पाया है,
आपकी तस्वीर दिल को दिखाई,
दुनिया की इस भीड़ में...

लाख भुला के देखो हम दिल से याद आयेंगे,
होंगे आपके बहुत.. हम अलग नज़र आयेंगे,
हम हिचकियाँ बन-बन के सतायेंगे...
तुम पानी पी-पी कर थक जाना,

दो बातें उनसे की तो दिल का दर्द खो गया,
लोगों ने हमसे पूछा की तुमको क्या हो गया,
बेकरार आँखों से हँस कर रह गए,
ये भी न कह सके हमें प्यार हो गया...

हर एक पल हम हंसकर जिया करते हैं,
आपसे दिल की बातें किया करते हैं,
तभी हर वक़्त आपको याद किया करते हैं..
आप बहुत खास हो हमारे लिए,

सीने से लगाने की इजाज़त दे दो,
बिखरी जुल्फें सुलझाने की इजाज़त दे दो,
बहुत दिन हुए तुमको मेरे करीब आए,
गले से लगा लो इन होठों को मुस्कुराने की इजाज़त दे दो...


हर मुलाकात को याद हम करतें हैं,
कभी चाहत कभी जुदाई की आह भरते हैं,
यूँ तो रोज़ तुम से सपनों में बात करते हैं,
पर फिर से अगली मुलाकात का इन्तज़ार करते हैं...


ढलती शाम का खुला एहसास है,
मेरे दिल में तेरी जगह कुछ खास है,
तू नहीं है यह मालूम है मुझे,
पर दिल ये कहता है तू यहीं मेरे पास है...


मेरा दिल धड़कता है सिर्फ तुम्हारे लिए,
मेरा दिल तड़फता है सिर्फ तुम्हारे लिए,
अपने प्यार का इज़हार करने के लिए...
ना जाने मैं क्यो डरता हूँ आपसे,

हर खामोशी को इकरार नहीं कहते,
हर नाकामी को हार नहीं कहते,
क्या हुआ अगर हम आपके नहीं हो सकते,
सिर्फ पा लेने को प्यार नहीं कहते...

आज दिल पूंछ बैठा अपनी ही तस्वीर से,
तूने क्या पाया है अपनी तकदीर से,
और कहा ऐसा प्यार पाया है,
आपकी तस्वीर दिल को दिखाई,
दुनिया की इस भीड़ में...

लाख भुला के देखो हम दिल से याद आयेंगे,
होंगे आपके बहुत.. हम अलग नज़र आयेंगे,
हम हिचकियाँ बन-बन के सतायेंगे...


तुम पानी पी-पी कर थक जाना,
दो बातें उनसे की तो दिल का दर्द खो गया,
लोगों ने हमसे पूछा की तुमको क्या हो गया,
बेकरार आँखों से हँस कर रह गए,
ये भी न कह सके हमें प्यार हो गया...
इतना यकीन कर ले मेरे हमनशीन,